नई दिल्ली, 14 जुलाई 2024: हाल ही में हुई टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और बीएसएनएल के बीच 15,000 करोड़ रुपये की डील ने टेलीकॉम सेक्टर में हलचल मचा दी है। इस साझेदारी के तहत दोनों कंपनियां मिलकर भारत के 1000 गांवों में 4G इंटरनेट सेवाएं शुरू करने जा रही हैं। इस खबर के बाद से ही जियो और एयरटेल जैसी बड़ी टेलीकॉम कंपनियों की चिंता बढ़ गई है।
रिचार्ज प्लान में बढ़ोतरी से उपभोक्ता हुए असंतुष्ट
जियो, एयरटेल और वीआई द्वारा अपने रिचार्ज प्लान में की गई बढ़ोतरी से उपभोक्ता काफी नाराज हैं। खासकर जियो द्वारा की गई 12-25 प्रतिशत तक की कीमत वृद्धि ने लोगों का गुस्सा भड़का दिया है। इसी कारण से उपभोक्ता अब सस्ती और बेहतर सेवाएं देने वाली बीएसएनएल की ओर रुख कर रहे हैं।
बीएसएनएल में नंबर पोर्टिंग में तेजी
रिचार्ज प्लान में बढ़ोतरी के बाद से ही जियो और एयरटेल के उपभोक्ता बड़ी संख्या में बीएसएनएल में अपना नंबर पोर्ट करा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर काफी चर्चा हो रही है और लोग बीएसएनएल की तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं।
टाटा के डेटा सेंटर और बीएसएनएल का 4G नेटवर्क मजबूत करेंगे बीएसएनएल को
टाटा द्वारा भारत में चार नए डेटा सेंटर बनाने की योजना है जो देश के 4G इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगी। वहीं बीएसएनएल ने देश भर में 9000 से अधिक 4G नेटवर्क स्थापित किए हैं और इसे एक लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इन दोनों कारकों से बीएसएनएल की स्थिति और मजबूत होगी और वह जियो और एयरटेल को कड़ी टक्कर दे पाएगी।
क्या जियो और एयरटेल को खोना होगा अपना बाजार?
बीएसएनएल की बढ़ती लोकप्रियता और टाटा के साथ साझेदारी से जियो और एयरटेल के लिए बाजार में अपनी पकड़ बनाए रखना मुश्किल होता जा रहा है। अगर बीएसएनएल ने अपनी सेवाओं में सुधार जारी रखा तो आने वाले समय में जियो और एयरटेल को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
उपभोक्ताओं के लिए क्या है फायदा?
बीएसएनएल की बढ़ती प्रतिस्पर्धा से उपभोक्ताओं को फायदा होगा। उन्हें सस्ते और बेहतर डेटा प्लान मिलेंगे और उन्हें एक से अधिक विकल्प चुनने की आजादी होगी।