पैन इंडिया बचाव एवं पुनर्वास अभियान 2.0 के तहत बड़ा कदम
झुंझुनूं जिले में बाल श्रम को खत्म करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। जिला बाल संरक्षण इकाई और बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरविंद ओला ने बताया कि यह अभियान 31 मार्च 2025 तक चलेगा।
अभियान का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाल श्रम में लगे बच्चों को बचाकर उन्हें सुरक्षित और खुशहाल जीवन देना है। इसके लिए जिले के सभी संभावित क्षेत्रों जैसे कारखाने, होटल, ढाबे, उद्योग आदि में छापेमारी की जाएगी।
जिला प्रशासन पूरी तरह से तत्पर
जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को निर्देशित किया है। पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम, महिला एवं बाल कल्याण, स्थानीय प्रशासन और गैर सरकारी संगठन इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
बच्चों का पुनर्वास
बचाए गए बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा और उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य आवश्यक संसाधन प्रदान किए जाएंगे। बच्चों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक पुनर्वास भी किया जाएगा।
बच्चों के परिवारों को जोड़ा जाएगा
जहां तक संभव हो, बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया जाएगा। यदि परिवार असुरक्षित हो, तो बच्चों को बाल देखरेख संस्था में रखा जाएगा।
जागरूकता अभियान
इस अभियान के माध्यम से बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाएगी। आम जनता, समाजसेवी संस्थाओं और विभिन्न समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
अभियान की सफलता के लिए सभी का सहयोग जरूरी
अरविंद ओला ने कहा कि यह अभियान केवल प्रशासन का कार्य नहीं है, बल्कि इसे समाज के हर व्यक्ति, संगठन और नागरिक के सहयोग से ही सफल बनाया जा सकता है।