झुंझुनूं: धनखड़ अस्पताल में किडनी कांड के खुलासे के बाद चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने त्वरित कार्रवाई की है। जयपुर में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में चिकित्सा मंत्री ने बताया कि धनखड़ अस्पताल का रजिस्ट्रेशन तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
इस कार्रवाई के अंतर्गत, अस्पताल को विभिन्न सरकारी योजनाओं की लिस्ट से भी हटा दिया गया है। चिकित्सा मंत्री ने इस संदर्भ में कहा कि डॉ. संजय धनखड़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं। इसके अलावा, मामले की विस्तृत जांच के लिए 5 सदस्यों की एक कमेटी गठित कर दी गई है।
चिकित्सा मंत्री खींवसर ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की गंभीर घटनाओं पर सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है और किसी भी तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कांड ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसे सरकार गंभीरता से ले रही है।
सरकार की इस सख्त कार्रवाई से यह स्पष्ट संदेश गया है कि चिकित्सा क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अनैतिक गतिविधियों के प्रति कोई सहनशीलता नहीं होगी। जनता को यह आश्वासन दिया गया है कि मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच सुनिश्चित की जाएगी और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
अस्पताल की सस्पेंशन और जांच कमेटी की घोषणा के बाद से स्थानीय लोगों में काफी चर्चा हो रही है। लोग इस कदम को सही दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम मान रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को उचित दंड मिलेगा तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।