झुंझुनूं: मंगलवार दोपहर को झुंझुनूं शहर में एक गधे की करंट लगने से मौत हो गई। इस घटना के बाद पशुपालक ने 80 हजार रुपए मुआवजे की मांग को लेकर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।
गधे का शव रखकर तीन घंटे तक प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने गधे का शव घटना स्थल पर रखकर करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। इस दौरान पूर्व मंत्री गुढ़ा ट्रांसफार्मर के पास सीढ़ी लगाकर खड़े हो गए और धरने को संबोधित किया। उन्होंने शहर के ड्रेनेज और बिजली व्यवस्था पर सवाल उठाए और काफी समझाइश के बाद भी सीढ़ी से नीचे नहीं उतरे।
पूर्व मंत्री और एक्सईएन के बीच बहस
इस दौरान पूर्व मंत्री की मौके पर पहुंचे एक्सईएन से बहस हो गई। सूचना के बाद एसडीएम सुमन सोनल, डिप्टी विरेन्द्र शर्मा और कोतवाल पवन चौबे टीम के साथ मौके पर पहुंचे और काफी देर तक समझाइश के बाद पशुपालक को 50 हजार रुपए देने पर सहमति बनी। इस दौरान करीब तीन घंटे बिजली गुल रही।
गुढ़ा ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण झुंझुनूं में आए दिन हादसे हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले झुंझुनूं में एक युवक की करंट से मौत, फिर बिसाऊ में एक युवक और महिला की करंट से मौत हो गई थी।
उन्होंने कहा कि “अब एक गधा चपेट में आया है। ये सिर्फ जानवर नहीं था। बल्कि एक मजदूर की आजीविका का साधन था।”
गुढ़ा ने कहा कि झुंझुनूं में रोज करंट की चपेट में आकर कोई ना कोई जान गंवा रहा है, लेकिन प्रशासन कुंभकरण की नींद सो रहा है। उन्होंने कहा कि “इनको ठीक करना पड़ेगा।”
यह घटना झुंझुनूं में बिजली विभाग की लापरवाही को दर्शाती है।