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दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन 2023:
देश की राजधानी नई दिल्ली में शनिवार (9 सितंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 सम्मेलन का आगाज कर दिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबके साथ मिलकर चलने का समय आ गया है. कोरोना महामारी के बाद विश्वास में अभाव का संकट आया है, जिसे कोरोना की तरह हराएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने नमस्कार के साथ संबोधन की शुरुआत की और सबसे पहले मोरक्को में भूकंप के कारण हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त की. इसके बाद पीएम मोदी ने जी20 देशों को सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास का मंत्र दिया. यहां पढ़ें पीएम मोदी के भाषण की प्रमुख बातें-
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- प्रधानमंत्री मोदी ने मोरक्को में भूकंप के कारण हुई मौतों पर दुख जताया और कहा कि भारत इस दुख की घड़ी में हरसंभव मदद का वादा करता है. इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करते हैं.
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- पीएम मोदी ने सम्मेलन में शामिल देशों का स्वागत किया और कहा कि जी20 के अध्यक्ष के तौर पर भारत आप सभी का हार्दिक स्वागत करता है. उन्होंने कहा, ‘इस समय जिस स्थान पर हम इकट्ठा हुए हैं, वहां से कुछ किलोमीटर के फासले पर लगभग ढाई हजार साल पुराना एक स्तंभ लगा हुआ है, उस पर प्राकृतिक भाषा में लिखा है मानवता का कल्याण और सुख सदैव सुनिश्चित किया जाए. इस संदेश को याद कर जी20 की शुरुआत करें.’
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- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये वो समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं. कोरोना महामारी के बाद विश्व में बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है. जब हम कोविड-19 को हरा सकते हैं तो आपसी अविश्वास के तौर पर आए संकट को भी हरा सकते हैं.
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- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि युद्ध ने ट्रस्ट डेफिसिट को और गहरा किया है. हम सब मिलकर ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्वास और एक भरोसे में बदलें. ये सबको साथ मिलकर चलने का समय है. उन्होंने सभी देशों को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास’ का मंत्र दिया और कहा कि यह हम सब के लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है.
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- पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता देश के भीतर और देश के बाहर समावेशी (Inclusion) का सबका साथ का प्रतीक बन गई है. उन्होंने कहा कि कोरड़ो लोग जी20 से जुड़े हैं और भारत में यह पिपल्स जी 20 बन गया. 60 शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हुईं.
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- प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में अफ्रीकन यूनियन के लिए जी20 की स्थायी सदस्यता पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘हमने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जाए. विश्वास है कि इसमें आप सबकी सहमति है. अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष को जी 20 को स्थायी सदस्य के रूप में अपना स्थान ग्रहण करने के लिए आमंत्रित करता हूं.’
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