चिड़ावा, 16 दिसम्बर 2024: बिड़ला के वरदाता, जन-जन की आस्था के प्रतीक परमहंस पंडित गणेशनारायणजी बावलिया बाबा के निर्वाणोत्सव पर आयोजित होने वाली 13वीं दिव्य संदेश यात्रा का शुभारंभ 18 दिसंबर को होगा। यह यात्रा सात दिनों तक चलेगी और इस दौरान विभिन्न गांवों और शहरों में भगवान बावलिया के जीवन और शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
आयोजन समिति के सदस्य बावलिया बाबा के दिव्य संदेश यात्रा रथ निर्माण सहित अन्य तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। यात्रा मार्ग में पड़ने वाले गांवों और शहरों में भी बाबा के भक्त यात्रा के स्वागत और अन्य तैयारियों में जुट गए हैं। आयोजन समिति के अभयसिंह बड़ेसरा और मुकेश जलिन्द्रा ने बताया कि 18 दिसंबर को सुबह सवा दस बजे कॉलेज रोड पर सनातन आश्रम पोद्दार पार्क स्थित परमहंस पीठ से पूजन-आरती के साथ सात दिवसीय यात्रा आयोजन का शुभारंभ होगा।
यात्रा के दौरान विश्व सनातन धर्म संघ के राष्ट्रीय संयोजक पं. प्रभुशरण तिवाड़ी बाबा के जीवन चरित्र का गुणगान करेंगे। लोगों को बाबा के भजनों, जीवन गाथा और संबंधित साहित्य के द्वारा उनके चमत्कारों से अवगत करवाया जाएगा। यात्रा पड़ाव स्थलों पर रथ में विराजमान बाबा के दिव्य स्वरूप की आरती, मंगलपाथ और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होगा।
यात्रा का मार्ग
यात्रा 18 दिसंबर को सनातन आश्रम परमहंस पीठ से रवाना होकर खेमू की ढाणी, झांझोत, खुडोत, गिड़ानिया होते हुए सुलताना पहुंचेगी। 19 दिसंबर को यात्रा केहरपुरा, मालुपुरा, चिंचडोली, छोटा भड़ौंदा, बड़ा भड़ौंदा होते हुए वृंदावन पहुंचेगी। 20 दिसंबर को यात्रा महरमपुर, सोलाना, गोवला, चनाना, भाटीवाड़ होते हुए केड पहुंचेगी। 21 दिसंबर को यात्रा छावसरी, टिटनवाड़, गुढ़ा, भोड़की, जाखल होते हुए बाबा की जन्म स्थली बुगाला पहुंचेगी। 22 दिसंबर को यात्रा मणास, कुमास, डोगरा होते हुए नवलगढ़ पहुंचेगी। 23 दिसंबर को यात्रा डूंडलोद, मुकुंदगढ़ मंडी, मुकुंदगढ़ शहर होते हुए चूड़ी अजीतगढ़ पहुंचेगी। 24 दिसंबर को यात्रा नूआ, झुंझुनू बगड़ होते हुए वापस चिड़ावा पहुंचेगी जहां बाबा की आरती के साथ यात्रा का समापन होगा।
आयोजन समिति: आयोजन समिति में धर्मपाल मिठारवाल, पालिका उपाध्याक्ष अभय सिंह बड़ेसरा, ओमप्रकाश मनहर दिल्ली, मुकेश जलिंद्रा, पीसीपी स्कूल निदेशक विक्रम जांगिड़, गणेश हलवाई झुंझुनूं, जीवनी स्कूल निदेशक सांवरमल मील,सुनील हलवाई झुंझुनूं, समाजसेवी सुरेन्द्र सैनी, आलोक भगेरिया, लक्ष्मीचंद कुमावत व सुमेर सिंह कुमावत पिचानवा शामिल हैं। वहीं यात्रा स्वागत समिति में कैलाश चंद फतेहपुरिया, सुरेन्द्र पारीक, झंडी प्रसाद हिम्मतरामका, पवन शर्मा ढाणीवाला, गोपाल महामिया, तेज प्रकाश सोनी, कैप्टन शंकरलाल महारानियां, मनीराम जांगिड़, पंडित सियाराम – दयाराम शास्त्री, सुरेश सिंह शेखावत को शामिल किया गया है।
यह यात्रा बावलिया बाबा के जीवन और शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह यात्रा लोगों को एकजुट करने और धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।