चिड़ावा: राजस्थान के अधिवक्ताओं की कल्याण सुविधाओं में बड़े सुधार की उम्मीद बढ़ गई है। चिड़ावा बार एसोसिएशन ने राजस्थान बार काउंसिल चेयरमैन भुवनेश शर्मा के समक्ष आर्थिक सहायता बढ़ाने और मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर महत्वपूर्ण मुद्दे रखे। चेयरमैन ने आश्वासन दिया कि वे इन मांगों को सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और जल्द समाधान करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बैठक में अधिवक्ता कल्याण कोष से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे गए। चिड़ावा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट शीशराम बोला ने बताया कि मृतक आश्रितों को मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये किए जाने की मांग रखी गई। इसके साथ ही कैंसर, हार्ट अटैक और किडनी ट्रांसप्लांट जैसे गंभीर रोगों के उपचार के लिए 5 लाख रुपये तक की सहायता मिले—यह भी प्रस्ताव रखा गया। सेवानिवृत्ति पर मिलने वाली एकमुश्त राशि को 15 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने पर अधिवक्ताओं ने जोर दिया।
अध्यक्ष शीशराम बोला ने यह गंभीर मुद्दा भी सामने रखा कि गर्मी के सीजन में अधिवक्ता 41 डिग्री से ऊपर तापमान में टिनशेड के नीचे वकालत करने को मजबूर हैं, जिससे स्वास्थ्य को खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं को उचित भवन और बेहतर कार्य वातावरण सुनिश्चित किया जाए। चेयरमैन भुवनेश शर्मा ने कहा कि वे इन सभी प्रस्तावों को प्राथमिकता के साथ सरकार तक पहुंचाकर सकारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
बैठक के दौरान उत्सव शर्मा, संजय माहिच, लोकेश शर्मा, अभिषेक महमिया, प्रशांत शर्मा, रॉबिन शर्मा, सुरेन्द्र प्रताप आहलूवालिया, पंकज शर्मा, विजय डाबला, कपिल चाहर, आदित्य शर्मा, अनिल मान, दीपक शर्मा, विकास सैनी, रामवीर बेनीवाल, बबलू सैनी, राजेंद्र गोयल, सोनू तामड़ायत, कृष्ण कुमार शर्मा, रमेश कटेवा और विकास खरडिया सहित अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे और समर्थन जताया।





