झुंझुनू: ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विद्युत विभाग में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत हुए इस प्रशिक्षण में जिले के 40 इंजीनियरों और तकनीशियनों ने हिस्सा लेकर रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन, सब्सिडी लाभ और नवीकरणीय ऊर्जा तकनीकों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
विद्युत विभाग झुंझुनू में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत एनपीटीआई शिवपुरी द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को पूर्ण हुआ। प्रबंध निदेशक के.पी. वर्मा और मुख्य अभियंता (प्रशिक्षण) सुरेश नागरानी के निर्देशों के बाद आयोजित इस प्रशिक्षण में झुंझुनू जिले के लगभग 40 सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और तकनीशियनों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। सहायक अभियंता (प्रशिक्षण) निशा हिरणवाल ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अभियंता लक्ष्मण सिंह और एनपीटीआई शिवपुरी के निदेशक सी. भट्टाचार्य ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम के दौरान लक्ष्मण सिंह ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा आने वाले समय में देश के विकास की सबसे महत्वपूर्ण आधारशिला बनेगी। उन्होंने बताया कि एनपीटीआई शिवपुरी द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण शिविर तकनीकी स्टाफ के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
अधीक्षण अभियंता श्रवण अग्रवाल ने प्रशिक्षण के दौरान उपभोक्ताओं को सुझाव देते हुए कहा कि घरों पर रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाने से न केवल बिजली बिल में कमी आएगी, बल्कि केंद्र और राज्य सरकार की सब्सिडी योजनाओं का लाभ लेकर उपभोक्ता किफायती एवं दीर्घकालिक ऊर्जा समाधान प्राप्त कर सकेंगे।
प्रशिक्षण में एनपीटीआई शिवपुरी के सहायक निदेशक आर. कृष्णम, सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता बिहारी लाल गुप्ता और अधिशासी अभियंता कमलदीप तुली ने रूफटॉप सोलर तकनीक, ग्रिड कनेक्शन प्रक्रिया, सुरक्षा मानकों और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के नवीनतम तरीकों पर विस्तृत व्याख्यान दिए। कार्यक्रम के अंत में विद्युत विभाग ने नवाचार की पहल करते हुए सभी विशेषज्ञों को सम्मानित किया और उनके योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया।
पूरे कार्यक्रम का संचालन सहायक अभियंता (प्रशिक्षण) निशा हिरणवाल, कार्मिक अधिकारी जाहिद हुसैन और सज्जन सैनी द्वारा किया गया, जबकि रघुवीर सहित टीम के अन्य सदस्यों ने पूरी जिम्मेदारी और समन्वय के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।





