खेतड़ी: क्षेत्र में बिजली विभाग द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं के यहां लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध जताया है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण खेतड़ी विद्युत उपखंड कार्यालय पहुंचे और सहायक अभियंता सुरेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए इस कार्य को तत्काल रोकने की मांग की।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है, लेकिन इस योजना के लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को अनेक प्रकार की तकनीकी और व्यावहारिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इन मीटरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को अधिक बिल थमाए जा रहे हैं, मीटरों में रिचार्ज की अनिवार्यता उपभोगकर्ताओं को असुविधा में डाल रही है और बिजली सब्सिडी जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ भी बाधित हो रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि राज्य सरकार और विद्युत विभाग द्वारा बिना आमजन की सहमति के जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जो अनुचित है। उनका आरोप है कि पहले ही प्रदेश के कई क्षेत्रों में इन मीटरों के विरोध में प्रदर्शन हो चुके हैं, इसके बावजूद भी खेतड़ी सहित अनेक गांवों में जबरन मीटर लगाने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मीटर लगाने का कार्य बंद नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व पालिकाध्यक्ष सीताराम वर्मा, हरमेंद्र चनानिया, राजेश सांखला, कपिल तंवर, देवेन्द्र कुमार, शंकर लाल, योगेश कुमार, सुगनाराम गुर्जर, महेश कुमार, बुधराम, दलीप सिंह और बोदूराम सहित अनेक स्थानीय नागरिक शामिल रहे। इस दौरान एईएन सुरेंद्र कुमार ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी मांग और आपत्तियों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और शीघ्र ही समाधान का प्रयास किया जाएगा।
इस घटनाक्रम ने यह संकेत दिया है कि स्मार्ट मीटर योजना को लेकर गांवों में गहरी असंतोष की भावना है, जिसे विभाग को गंभीरता से लेकर समाधान के प्रयास तेज करने होंगे।