खेतड़ी: उपखंड की पपूरना ग्राम पंचायत स्थित बंधा की ढाणी में रविवार को कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले वीर सैनिक भगवान सिंह की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजन में क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों, सेना के पूर्व अधिकारियों और ग्रामीणों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में सैनिक कल्याण अधिकारी राजेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि आयोजन की अध्यक्षता बलिदानी वीरांगना विजेश देवी ने की। सभी अतिथियों ने सर्वप्रथम भगवान सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उपस्थित जनों ने मौन धारण कर बलिदानी के प्रति सम्मान प्रकट किया।
राजेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिन देश के लिए गर्व का प्रतीक है। राजस्थान की वीर भूमि का इतिहास ऐसे अनेक जवानों से भरा हुआ है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि बलिदानी सैनिक किसी भी समाज के लिए पूजनीय होते हैं, और उनकी स्मृति समाज को राष्ट्रसेवा के प्रति प्रेरित करती है। उन्होंने यह भी कहा कि झुंझुनूं जिला देश को सर्वाधिक सैनिक देने वाले जिलों में अग्रणी है और यहां के युवाओं में देशभक्ति की भावना बचपन से ही कूट-कूट कर भरी होती है।
बलिदानी भगवान सिंह ने 17 दिसंबर 1987 को भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा का संकल्प लिया था। 28 जून 1999 को कारगिल युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त होकर उन्होंने अपने प्राण मातृभूमि पर अर्पित कर दिए थे। उनके बलिदान को याद करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उनकी प्रतिमा न केवल श्रद्धा का केंद्र है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह, राकेश कुमार, सौरभ सिंह, देवव्रत, महावीर प्रसाद, राघवेंद्र सिंह, रामचंद्र सिंह, रोहतास कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने एकमत से बलिदानियों के सम्मान को बनाए रखने और युवा पीढ़ी को देशसेवा की ओर अग्रसर करने का संकल्प लिया।