लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह का होली और रमजान को लेकर दिया गया बयान विवादों में घिर गया है। उन्होंने कहा कि इस बार होली और जुम्मे की नमाज एक ही दिन पड़ने के कारण मुस्लिम समाज को ‘तिरपाल का हिजाब’ पहनकर नमाज के लिए बाहर निकलना चाहिए। मंत्री के इस बयान के बाद प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया है।

मंत्री ने दिया तिरपाल का हिजाब पहनने का सुझाव
मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने कहा, “सफेद टोपी पहनने वाले अगर जुम्मे की नमाज के लिए घर से निकलते हैं, तो उन्हें तिरपाल का हिजाब पहनकर जाना चाहिए। जिस तरह मस्जिदों को होली के रंग से बचाने के लिए तिरपाल से ढका जाता है और मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहनती हैं, वैसे ही नमाजियों को भी तिरपाल का हिजाब पहनकर घर से बाहर निकलना चाहिए। अगर ऐसा नहीं कर सकते, तो घर पर ही नमाज पढ़ें।”
उन्होंने आगे कहा कि होली साल में केवल एक बार आती है, जबकि जुम्मा हर हफ्ते पड़ता है। ऐसे में नमाज पढ़ने वालों को होली खेलने वालों की भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए।
संभल सीओ के बयान के बाद बढ़ा विवाद
मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिनों पहले संभल के सीओ अनुज चौधरी ने भी इसी विषय पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि “होली साल में एक बार आती है, जबकि जुम्मा 52 बार। ऐसे में अगर किसी को रंगों से दिक्कत है, तो वह घर पर ही नमाज पढ़े।” इस बयान के बाद पहले ही राजनीतिक माहौल गरमा गया था और अब मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह के बयान से इस विवाद को और हवा मिल गई है।

AMU में राम मंदिर बनाने की इच्छा जताई
इसके अलावा, ठाकुर रघुराज सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “AMU में राम मंदिर बनना चाहिए और इसके लिए मैं अपनी पूरी संपत्ति तक दान करने के लिए तैयार हूं। जब मंदिर का निर्माण होगा, तो उसकी पहली ईंट मैं स्वयं रखना चाहूंगा।”