उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के आरोपों का करारा जवाब दिया। सपा ने आरोप लगाया था कि महाकुंभ में एक विशेष जाति के लोगों को रोका गया था, जिस पर सीएम योगी ने कहा, “हमने कभी किसी को नहीं रोका। हमने सिर्फ यह कहा था कि जो लोग सद्भावना के साथ महाकुंभ में आएंगे, वे जा सकते हैं, लेकिन यदि किसी का इरादा दुर्भावनापूर्ण होगा तो उसे समस्या का सामना करना पड़ेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हम समाजवादी पार्टी की तरह जनता की धार्मिक भावनाओं से खेलने का काम नहीं करते। इनके नेता को महाकुंभ की व्यवस्था देखने का समय नहीं था, इसलिए उन्होंने एक गैर-सनातनी को महाकुंभ का इंचार्ज बनाया।” योगी ने महाकुंभ की महत्वता को स्पष्ट करते हुए यह भी कहा कि महाकुंभ में जो कुछ भी ढूंढने आया, वही पाया। गिद्धों को केवल लाशें मिलीं, सूअरों को गंदगी मिली, लेकिन आस्थावान और सज्जन लोगों को पुण्य और सच्चे संबंध मिले। भक्तों को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

महाकुंभ को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने पर सीएम का बयान
सीएम योगी ने महाकुंभ के वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने विपक्ष के नेता की आपत्ति पर कहा, “नेता प्रतिपक्ष को यह आपत्ति थी कि हमने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र और राज्यपाल के अभिभाषण में महाकुंभ को वैश्विक स्तर का आयोजन बनाने की बात क्यों की। लेकिन यदि महाकुंभ में विश्वस्तरीय सुविधाएं न होतीं तो 63 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा नहीं बनते।” उन्होंने यह भी कहा कि वे भारत के हर महापुरुष का सम्मान करते हैं, जिन्होंने भारत में जन्म लिया और देश को गौरवान्वित किया।
सपा विधायकों का उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बयान पर हंगामा
उत्तर प्रदेश विधानसभा में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बयान के बाद सपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। सपा विधायक समरपाल सिंह के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, “नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का बहुत सम्मान किया है। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हैं, तो क्या वे यह बात भी मानेंगे? लड़कों से गलती हो जाती है।” इस बयान के बाद सपा विधायकों ने विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मामले को शांत करने का प्रयास किया और कहा कि “हर बात को नकारात्मक रूप में न लें।” इस दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय खड़े हो गए और कहा, “नेता जी एक सम्मानित व्यक्ति रहे हैं। उनके लिए इस तरह की बातें नहीं की जानी चाहिए। मंत्री जी ने जानबूझकर ऐसा बयान दिया ताकि विवाद उत्पन्न हो। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।”
#WATCH लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "नेता प्रतिपक्ष को आपत्ति थी कि भाजपा ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र और राज्यपाल के अभिभाषण में महाकुंभ को वैश्विक स्तर का आयोजन बनाने के लिए क्यों उल्लेख किया… महाकुंभ में अगर विश्वस्तरीय सुविधा न होती तो अब तक 63… pic.twitter.com/gIQy0ZUQGD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2025
समाजवादी पार्टी के विधायकों का विरोध जारी
सपा विधायकों का विरोध विधानसभा में जारी रहा और उन्होंने ब्रजेश पाठक से माफी की मांग की। इस पूरे घटनाक्रम ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में गर्मी को और बढ़ा दिया।