चिड़ावा। राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) प्री एग्जाम 2025 का आयोजन रविवार को शहर के 14 परीक्षा केंद्रों पर सफलतापूर्वक किया गया। परीक्षा के लिए कुल 4,272 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनके बैठने के लिए विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में व्यवस्थाएं की गईं। परीक्षा केंद्रों में मास्टर हजारीलाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय, राजकला उच्च माध्यमिक विद्यालय, अडूकिया राउमावि समेत 11 निजी शिक्षण संस्थान शामिल रहे।
प्रवेश नियमों पर सख्ती, 11 बजे के बाद बंद हुए गेट
परीक्षा का समय दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक निर्धारित किया गया था, लेकिन केंद्रों पर सुबह 11 बजे के बाद प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई। इस सख्त नियम के कारण कई अभ्यर्थी, जो कुछ ही मिनटों की देरी से पहुंचे थे, परीक्षा देने से वंचित रह गए। परीक्षा केंद्रों के बाहर ऐसे कई छात्र-छात्राएं निराश होकर प्रवेश के लिए मिन्नतें करते दिखे, लेकिन प्रशासन ने नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुए किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया।
सख्त निगरानी के लिए बनाए गए विशेष दल
परीक्षा की निगरानी के लिए प्रशासन ने दो विशेष दल गठित किए थे।
- दल 1: नेतृत्व कर रहे थे चिड़ावा तहसीलदार कमलदीप पूनिया, उनके साथ डीएसपी विकास धींधवाल और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
- दल 2: सूरजगढ़ तहसीलदार चंद्रशेखर यादव के नेतृत्व में गठित दल में पिलानी सीआई रणजीत सेवदा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।
इन दलों ने विभिन्न केंद्रों पर जाकर सुरक्षा व्यवस्था, अभ्यर्थियों की जांच प्रक्रिया, और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए निगरानी रखी।
सुरक्षा व्यवस्था और निष्पक्षता पर रहा जोर
परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। सभी केंद्रों पर मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरे, और फ्लाइंग स्क्वाड की मदद से निगरानी की गई।
देरी से पहुंचे परीक्षार्थियों की मायूसी
कई अभ्यर्थी, जो केवल 2-5 मिनट की देरी से पहुंचे थे, परीक्षा केंद्र के गेट बंद पाए। कुछ छात्रों ने बताया कि वे यातायात जाम और रास्ते में आने वाली बाधाओं के कारण लेट हुए। बावजूद इसके, केंद्र अधीक्षकों ने नियमों के तहत किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया।
प्रशासन की अपील
अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाशसिंह कविया ने कहा,
“परीक्षा के नियम सभी के लिए समान हैं। अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे भविष्य में समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचें ताकि इस प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।”
निष्कर्ष
आरएएस प्री एग्जाम का आयोजन चिड़ावा में कड़ी सुरक्षा और प्रशासनिक सख्ती के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। हालांकि, देर से पहुंचे अभ्यर्थियों के लिए यह परीक्षा कठोर नियमों की अहमियत का सबक बन गई।