अहमदाबाद, गुजरात: गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के महज दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में अब तक 265 शवों को बरामद किया जा चुका है। राहत और बचाव कार्य रातभर जारी रहा। घटनास्थल से मलबा हटाने के दौरान एक चमत्कारिक दृश्य सामने आया, जिसने हर किसी को हैरानी में डाल दिया—राख के ढेर से श्रीमद् भगवद गीता की एक प्रति पूर्णतः सुरक्षित हालत में प्राप्त हुई है।
हादसे का विवरण
एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के महज दो मिनट बाद, विमान में तकनीकी खराबी की आशंका के बीच वह तेजी से नीचे आया और ज़मीन से टकराकर भीषण आग की चपेट में आ गया। चश्मदीदों के अनुसार, टक्कर के कुछ ही क्षणों में विमान आग के गोले में तब्दील हो गया और आसमान में घना काला धुआं फैल गया।

230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स थे सवार
विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, और 12 क्रू मेंबर्स शामिल थे। दुखद बात यह है कि इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी अपनी जान गंवा बैठे।
हालांकि, इस भीषण दुर्घटना में सिर्फ एक व्यक्ति—विश्वास कुमार रमेश (उम्र 29 वर्ष) ही जीवित बच पाए। वह विमान में 11A सीट पर बैठे थे और हादसे से ठीक पहले इमरजेंसी विंडो से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं, और फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
मलबे में सुरक्षित मिली भगवद गीता, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य के दौरान एक अद्भुत और अविश्वसनीय दृश्य सामने आया। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम को मलबे के बीच श्रीमद्भगवद गीता की एक प्रति पूरी तरह सुरक्षित अवस्था में मिली।
जिस स्थान पर यह पवित्र ग्रंथ मिला, वहां चारों ओर राख, जलकर गले हुए मलबे और टेढ़े-मेढ़े लोहे के ढांचे ही बाकी थे।
कल 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए भयानक प्लेन दुर्घटना में सबकुछ जलकर खाक हो गया लेकिन सबसे पवित्र ग्रंथ श्रीमद् भागवत गीता के एक भी पेज को कुछ भी नहीं हुआ।
— साधना सक्सेना (@Bharatdarshan22) June 13, 2025
जयतु सनातन धर्म 🙏 pic.twitter.com/7iK82XPrwO
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक भगवद गीता हाथ में लिए हुए है और उसके एक भी पन्ने को आग या मलबे ने क्षति नहीं पहुंचाई। वीडियो गुजराती भाषा में है और दावा किया जा रहा है कि यह उसी विमान हादसे के स्थल से रिकॉर्ड किया गया है।
यह दृश्य लोगों को आस्था, चमत्कार और चिरंतन सत्य के प्रतीकों की ओर प्रेरित कर रहा है। कई लोग इसे ‘ईश्वरीय संकेत’ बता रहे हैं, तो कई इसे विज्ञान और अध्यात्म का अनूठा संगम मानते हैं।

वाराणसी के घाटों पर पसरा सन्नाटा, लोग सदमे में
इस हादसे का असर देशभर में गहरा पड़ा है। वाराणसी के गंगा घाटों पर, जो सामान्यतः श्रद्धालुओं और पर्यटकों से भरे रहते हैं, आज सन्नाटा पसरा रहा। घाटों पर लॉकडाउन जैसी स्थिति दिखी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हादसे ने पूरे शहर को मौन और शोक की अवस्था में ला दिया है।
राजकीय शोक और जाँच के आदेश
भारत सरकार ने इस घटना को लेकर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार, 13 और 14 जून को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। वहीं, नागर विमानन मंत्रालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और अब डेटा विश्लेषण के लिए भेजा जा रहा है, जिससे दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता चल सके।