अयोध्या, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के मुख्य आरोपी और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोईद खान के खिलाफ योगी सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है। प्रशासन ने मोईद खान की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया और उसकी बेकरी का लाइसेंस रद्द कर दिया।
प्रशासनिक कार्रवाई की शुरुआत
राजस्व विभाग और पुलिस टीम ने मिलकर मोईद खान की संपत्ति की पैमाइश की। खाद्य सुरक्षा उपायुक्त ने खान की बेकरी को सील कर दिया और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया। इसके बाद बुलडोजर से बेकरी को जमींदोज कर दिया गया। जानकारी के अनुसार, यह बेकरी तालाब की जमीन पर 3000 स्क्वायर फीट में बनी थी।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
पीड़ित के परिवार को धमकाने के आरोप में भी एक एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद महज 24 घंटे के भीतर ही आरोपी की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया गया।
अन्य संपत्तियों पर भी होगी कार्रवाई
बेकरी के अलावा मोईद खान की चार अन्य अवैध संपत्तियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसमें सपा नेता का घर भी शामिल है। निषाद पार्टी के नेता और योगी कैबिनेट में मंत्री संजय निषाद भी पीड़ित परिवार से मिले और मीडिया से बातचीत के दौरान फफककर रो पड़े। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अयोध्या सांसद पर भी गंभीर आरोप लगाए।
अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ने किया बचाव
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने मांग की कि अयोध्या गैंगरेप मामले में डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाना चाहिए। गैंगरेप के आरोपी मोईद खान पर लगे आरोपों का जवाब देते हुए अवधेश प्रसाद ने दावा किया कि उन्होंने कभी किसी अपराधी को अपने नजदीक नहीं आने दिया और न ही कभी किसी अपराधी की मदद ली। खान के साथ अपनी तस्वीर का हवाला देते हुए उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा कि लाखों लोग उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं। इस दौरान उन्होंने अयोध्या गैंगरेप मामले को बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना बताया।
उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल सभी लोगों की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने गैंगरेप मामले में डीएनए टेस्ट की मांग की और कहा कि किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी पीड़िता के साथ खड़ी है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्टी अपराधियों के साथ खड़ी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है और भाजपा पर इस घटना को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया। गैंगरेप के आरोपी मोईद खान के साथ अपनी तस्वीर के बारे में सपा सांसद ने कहा, ‘मैंने कभी किसी ऐसे व्यक्ति को अपने नजदीक नहीं आने दिया जिसका इस अपराध से थोड़ा भी संबंध हो। मैंने कभी किसी की मदद नहीं ली। जहां तक फोटो (आरोपी के साथ) का सवाल है। लाखों लोग हमारे साथ फोटो खिंचवाते हैं, सेल्फी लेते हैं…”
#WATCH | On the demolition drive at the bakery of SP leader Moeed Khan, the main accused in the gang rape of a minor girl, Faizabad (Ayodhya) MP Awadhesh Prasad says, "This is a very old ideology of Chief Minister (Yogi Adityanath) and we cannot tell what enmity he has with… https://t.co/g3fvOl0jkN pic.twitter.com/X90BDwJbAQ
— ANI (@ANI) August 3, 2024
हालांकि, उन्होंने मामले को सांप्रदायिक रंग देते हुए आरोप लगाया कि यूपी के सीएम की विचारधारा बहुत पुरानी है और मुसलमानों और यादवों से उनकी दुश्मनी है, इसलिए तोड़फोड़ की गई।
उन्होंने कहा, “यह मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) की बहुत पुरानी विचारधारा है और हम नहीं बता सकते कि मुसलमानों, यादवों से उनकी क्या दुश्मनी है। समाजवादी पार्टी ने हमेशा अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी है… भारतीय जनता पार्टी को ऐसी भयावह, शर्मनाक घटना पर राजनीति नहीं करनी चाहिए…”
क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में भाजपा नेता की बेटी के अपहरण हुआ। जलालपुर थाना क्षेत्र में 4 युवकों ने नाबालिग लड़की को कार में अगवा कर लिया।
जलालपुर थाना क्षेत्र के रेहारी गांव की निवासी 6वीं क्लास की छात्रा के पिता और माता भाजपा में जिला स्तर पदाधिकारी हैं। जलालपुर थाना क्षेत्र के मठिया गांव से चार नकाबपोश बदमाशों ने छात्रा का अपहरण किया। 8 घंटे बाद लड़की को वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के तरावं गांव के पास सड़क किनारे घायल अवस्था में बरामद किया गया।
छात्रा स्कूल जा रही थी जब रास्ते में बोलेरो सवार अपराधियों ने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया। अपराधियों ने लड़की के शरीर पर कई जगह ब्लेड से वार करके घायल किया है।
अखिलेश यादव का बयान
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराए जाने की मांग की है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि आरोपियों का डीएनए टेस्ट कराकर न्याय का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर राजनीति की जाए। बाद में उन्होंने अपना यह ट्वीट हटा लिया।