झुंझुनूं: निकटवर्ती गांव पकोड़ी की ढाणी स्थित शंकर गिरी आश्रम में आकाश गिरी गौशाला सेवा समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का समापन सोमवार को विशाल भंडारे के आयोजन के साथ हुआ। इस आयोजन की जानकारी देते हुए विप्र सेना के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश बसावतिया ने बताया कि बाबा विशिष्ट गिरी महाराज की बरसोदी पर आयोजित इस धार्मिक कार्यक्रम में रविवार को रात्रि जागरण का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों के माध्यम से आध्यात्मिक वातावरण में डूबकर बाबा वशिष्ठ गिरी की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोमवार को विशाल भंडारे के साथ आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें आसपास के गांवों और ढाणियों से भारी संख्या में भक्तों ने भाग लिया और प्रसादी ग्रहण की। इस अवसर पर महंत आकाश गिरी ने सभी उपस्थित संतों, महामंडलेश्वरों और महंतों का स्वागत किया और विप्र सेना के दुपट्टे व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
महंत आकाश गिरी ने कहा कि धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार के लिए केवल संत ही नहीं, बल्कि समाज के अग्रणी व्यक्तियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सदा से ही विश्व कल्याण में अग्रणी रहा है।
भिवानी स्थित जहर गिरी आश्रम के महामंडलेश्वर शंकर गिरी के शिष्य महंत आकाश गिरी भी इस आयोजन में पधारे जो बाल्यकाल से ही संत सेवा, गौसेवा और ब्राह्मणों के प्रति विशेष श्रद्धा रखते आए हैं। उन्होंने अपने जीवन काल में कई आश्रमों और गौशालाओं की स्थापना की है।
धार्मिक आयोजन में शामिल होने पहुंचे संतों में संध्या गिरी, गणेश गिरी, प्रेम गिरी महाराज, महावीर गिरी, डाबड़ी बलोदा बिहारी मंदिर के महंत रामदास, नवग्रह धाम नूआ के भंवर लाल मानत्रीक, नारायण गिरी, महेश गिरी, आंचल गिरी (महेंद्रगढ़), दीपक गिरी, चाणक्य गिरी, सिवा नंद गिरी और सूरज गिरी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
इन सभी संतों का स्वागत आयोजन समिति की ओर से मुरारी भगत, विकास सैनी, विनोद सैनी, प्यारेलाल सैनी, नरेश स्वामी, महेंद्र स्वामी, गोविंद प्रजापत, देवेंद्र सैनी, विनोद पारीक, परता राम सैनी, गुलाब राम, किशन लाल और विनोद (पकोड़ी की ढाणी) ने दुपट्टा ओढ़ाकर किया।
भंडारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लेकर प्रसादी का लाभ लिया और संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया।