पटना, बिहार: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम यादव को NEET पेपर लीक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। आरोप है कि प्रीतम ने पटना के सरकारी गेस्ट हाउस में पेपर लीक गैंग के लिए कमरे बुक किए थे। ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने प्रीतम यादव से मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु से संबंधों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की है। राज्य सरकार ईओयू के काम करने के तरीके से नाराज है और मामले की गहन जांच की मांग कर रही है।
पेपर लीक मामले में प्रीतम यादव की भूमिका
नीट पेपर लीक मामले में प्रीतम यादव और मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु के बीच कनेक्शन जानने का प्रयास किया जा रहा है। EOU की एक टीम कल शाम पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। टीम आज दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात करेगी और नीट पेपर लीक मामले से जुड़े सबूत उनके समक्ष पेश करेगी।
राज्य सरकार की नाराजगी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार सरकार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के काम के तरीके से नाराज बताई जा रही है। खबरें हैं कि जांच एजेंसी ने कैंडिडेट के साथ जिस तरह सार्वजनिक पूछताछ के लिए EOU के हेड ऑफिस बुलाया जा रहा है, उससे सरकार असंतुष्ट है। इसके अलावा, ऑफिस के बाहर कैंडिडेट का मीडिया ट्रायल भी सरकार को नापसंद है।
राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए EOU के अधिकारियों को स्वतंत्र तरीके से काम करने के निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि अब EOU कैंडिडेट्स के घर जाकर पूछताछ कर सकती है, बजाय उन्हें ऑफिस बुलाने के।
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आरोप
इससे पहले, बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि प्रीतम यादव ने गेस्ट हाउस के कर्मचारी प्रदीप की मदद से सिकंदर के लिए रूम बुक कराया था। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि गेस्ट हाउस में पकड़े गए लोगों के लिंक प्रीतम से जुड़े हुए हैं और प्रीतम बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीएस हैं।
विजय सिन्हा ने यह भी खुलासा किया कि प्रीतम यादव ने पहले गेस्ट हाउस में बुकिंग के लिए कॉल किया था, लेकिन उनके फोन को गंभीरता से नहीं लिया गया था। इसके बावजूद वहां लोग रुके थे, इस संबंध में विभागीय कार्रवाई की जाएगी।