नई दिल्ली, LCA Mark 1A Fighter Jet: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने 15 अगस्त तक भारतीय वायुसेना (IAF) को पहला LCA Mark 1A फाइटर जेट उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। यह विमान वायुसेना की बहुप्रतीक्षित आस है और इसे 2015 में सेवा में शामिल किया गया था।
हालांकि, सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन में समस्याओं और अमेरिकी इंजन निर्माता द्वारा इंजनों की आपूर्ति में देरी के कारण विमान की डिलीवरी में देरी हुई है।
सॉफ्टवेयर संबंधी समस्याएं
रक्षा सूत्रों के अनुसार, सॉफ्टवेयर से संबंधित कुछ मुद्दे थे जिन्हें हल किया जा रहा है। इन समस्याओं के कारण, विमान को पहले इस साल फरवरी-मार्च तक वायुसेना को सौंपने की योजना थी, लेकिन इसमें बदलाव हुआ है। भारतीय वायु सेना चाहती है कि उसे उसके द्वारा निर्दिष्ट सभी महत्वपूर्ण विशेषताओं वाला फाइटर जेट मिले।
वायुसेना रख रही है बारीकी से नजर
वायुसेना प्रमुख सहित शीर्ष अधिकारी इस महत्वपूर्ण परियोजना की प्रगति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि अमेरिका द्वारा GE-404 इंजनों की आपूर्ति में देरी के कारण 83 LCA Mark 1A के ऑर्डर किए गए कार्यक्रम में पहले ही कई महीनों की देरी हो चुकी है। यह देरी अमेरिकी निर्माता के पास अन्य उच्च प्राथमिकता वाली परियोजनाओं के कारण हुई है।
अब तेजी से हो रही है आपूर्ति
अमेरिकी निर्माता ने अब सितंबर-अक्टूबर से हर महीने एक या दो इंजन की आपूर्ति शुरू करने का आश्वासन दिया है। IAF डिलीवरी में और तेजी लाने और हर महीने आपूर्ति की संख्या बढ़ाने की अपील करेगा।