डॉ. पंचारिया ने जयपुर में सीएसआईआर संधाधन केंद्र की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री से किया विचार-विमर्श, ज्ञापन सौंपा
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मदद से प्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए पिलानी स्थित सीएसआईआर की राष्ट्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान (सीएसआईआर-सीरी) संस्थान राज्य सरकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आज सीएसआईआर-सीरी के निदेशक डॉ पी सी पंचारिया के नेतृत्व में संस्थान के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री के साथ सीएसआईआर-सीरी के प्रतिनिधि मंडल की बैठक विज्ञान भारती – राजस्थान के सौजन्य से आयोजित की गई जिसमें सीएसआईआर-सीरी सहित राज्य के विभिन्न विज्ञान, अनुसंधान एवं शैक्षणिक संस्थानों के निदेशक एवं कुलपति तथा विज्ञान भारती से जुड़े वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हो रही प्रगति को नाकाफी बताया और इस पर चिंता व्यक्त करते हुए इन क्षेत्रो में राज्य सरकार एवं सभी संबंधित संस्थाओं को साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता बताई। साथ ही उन्होंने इन क्षेत्रों में राज्य को तेज़ी से आगे बढ़ाने का आह्वान किया और उपस्थित अधिकारियों से सुझाव भी मांगे।
इस अवसर पर सीरी निदेशक डॉ. पीसी पंचारिया ने जयपुर में सीएसआईआर संसाधन केंद्र की स्थापना का प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि सीएसआईआर अपनी 37 प्रयोगशालाओं के विशाल नेटवर्क के साथ राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जयपुर में संसाधन केंद्र की स्थापना से सीएसआईआर राज्य के समग्र विकास को प्रभावित करते हुए प्रदेश को लाभान्वित करेगी। डॉ पंचारिया ने मुख्यमंत्री को संस्थान द्वारा विकसित एलईडी युक्त स्मृति चिह्न भी भेंट किया।
बैठक में उपस्थित अन्य संस्थानों के प्रतिनिधियों ने डॉ पंचारिया के प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में उपस्थित विभिन्न सस्थानों से पधारे सभी शीर्ष अधिकारियों ने भी अपने-अपने कार्य क्षेत्र की गतिविधियों से अवगत कराते हुए राज्य की प्रगति के लिए परस्पर चर्चा की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में डॉ. पीसी पंचारिया (निदेशक CSIR-CEERI, पिलानी) के अलावा भारतीय मौसम विभाग, भारत सरकार के पूर्व महानिदेशक डॉ. लक्षमण सिंह राठौड़, एमएनआईटी-जयपुर के निदेशक प्रोफेसर एनपी पाढ़ी, एसकेएन कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बलराज सिंह सहित सीरी जयपुर केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक श्री साईं कृष्णा वड्डादि, डॉ विजय चटर्जी एवं राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, भारतीय जैविक किसान संघ आदि अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बैठक का संयोजन विज्ञान भारती-राजस्थान के सचिव डॉ. मेघेन्द्र शर्मा ने किया। उन्होंने बैठक में उपस्थित अतिथियों का औपचारिक परिचय दिया तथा सभी संगठनों को विज्ञान भारती के सहयोग के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान भारती राज्य की भलाई के लिए अपनी प्रतिनिधि भूमिका निभाएगा ।