झुंझुनूं, 7 सितंबर 2025: झुंझुनूं शहर में पुलिस ने एक ऐसे सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश किया है, जिसमें रिश्ते, धोखा और अपराध की पूरी कहानी शामिल है। यहां एक फौजी की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही देवर को एनडीपीएस एक्ट के झूठे केस में फंसाने की गहरी साजिश रच डाली। अवैध संबंधों में रोड़ा बन रहे देवर को हटाने के लिए रची गई इस योजना का झुंझुनूं पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए आरोपी महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरा मामला झुंझुनूं क्राइम न्यूज की सबसे चौंकाने वाली घटनाओं में से एक बन गया है।
क्या थी पूरी साजिश?
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला का पति भारतीय सेना में कार्यरत है और अपनी ड्यूटी पर घर से बाहर तैनात है। उसकी अनुपस्थिति में महिला का जितेंद्र नामक युवक से प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। महिला का देवर, जो पेशे से एक ग्राम सेवक है, को इस अवैध रिश्ते की भनक लग गई और वह इसका विरोध करने लगा। देवर का विरोध दोनों को नागवार गुजरा और उन्होंने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। साजिश के तहत, महिला के प्रेमी जितेंद्र ने अवैध मादक पदार्थ (स्मैक) की व्यवस्था की और उसे देवर की गाड़ी में रख दिया। योजना का दूसरा हिस्सा यह था कि महिला अपने देवर को अस्पताल ले जाने का बहाना बनाकर उसी गाड़ी में अपने साथ लेकर आएगी, ताकि जब पुलिस गाड़ी पकड़े तो देवर रंगे हाथों गिरफ्तार हो जाए।
ऐसे हुआ साजिश का पर्दाफाश, मुखबिर ही निकला मास्टरमाइंड
इस पूरी साजिश को अंजाम देने के लिए आरोपी जितेंद्र ने खुद ही मुखबिर बनकर पुलिस को फोन किया। उसने इंदिरा नगर इलाके में एक गाड़ी में अवैध मादक पदार्थ होने की सूचना दी। सूचना पर पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी को रोका और मादक पदार्थ बरामद कर लिया। पहली नजर में यह एक सामान्य एनडीपीएस की कार्रवाई लग रही थी, लेकिन मुखबिर की भूमिका और घटनाक्रम पर पुलिस को शक हुआ। जब पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की और मुखबिर (जितेंद्र) से सख्ती से पूछताछ की, तो पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया। जितेंद्र ने स्वीकार किया कि उसने ही गाड़ी में ड्रग्स रखी थी और फिर पुलिस को झूठी सूचना दी थी, ताकि वह महिला के देवर को फंसा सके।
पुलिस ने भाभी और प्रेमी को किया गिरफ्तार
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी जितेंद्र और साजिश में शामिल महिला, दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत हिरासत में ले लिया। झुंझुनूं के पुलिस अधीक्षक, बृजेश ज्योति उपाध्याय ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बेहद संवेदनशील मामला है। उन्होंने कहा, “आरोपियों ने न केवल एक निर्दोष व्यक्ति को गंभीर अपराध में फंसाने का प्रयास किया, बल्कि कानून को गुमराह करने का भी दुस्साहस किया है, जो एक गंभीर अपराध है।” एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।