नई दिल्ली: भारत में चीनी ऐप्स टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस की वेबसाइट्स के आंशिक रूप से खुलने की खबरों के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। सरकारी सूत्रों ने साफ कर दिया है कि भारत सरकार ने टिकटॉक पर लगे प्रतिबंध को हटाने का कोई आदेश जारी नहीं किया है। वहीं, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “चीन के साथ सौदा करने” का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है।
टिकटॉक और चीनी ऐप्स का बैन अभी भी लागू
सरकारी सूत्रों ने स्पष्ट किया कि टिकटॉक या अन्य चीनी ऐप्स को अनब्लॉक करने की कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई है। टिकटॉक का होमपेज भारत में ओपन हो रहा है लेकिन ऐप पूरी तरह प्रतिबंधित है। अलीएक्सप्रेस और शीन की वेबसाइट्स भी तकनीकी कारणों से आंशिक रूप से खुल रही हैं, लेकिन भारतीय यूजर्स इन पर शॉपिंग या कंटेंट एक्सेस नहीं कर पा रहे।
कांग्रेस का केंद्र पर हमला
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन से “लप्पो-झप्पो” कर रहे हैं और बलिदानी सैनिकों के बलिदान की कीमत पर समझौते कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि गलवान घाटी में भारत के 20 जांबाज सैनिकों के बलिदान के बावजूद सरकार चीन को क्लीनचिट देती रही। पार्टी ने इसे “चीन प्रेम” बताया और कहा कि यह देशहित पर भारी पड़ रहा है।

2020 में लगा था बैन
जून 2020 में गलवान घाटी में झड़प के बाद भारत सरकार ने टिकटॉक, अलीएक्सप्रेस और शीन सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। सरकार ने उस समय इन ऐप्स को “राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता के लिए खतरा” बताया था। यह प्रतिबंध आज भी लागू है और इसका उल्लंघन करने की कोई अनुमति नहीं दी गई है।
सरकार का सख्त रुख बरकरार
सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर फैल रही खबरें पूरी तरह झूठी और भ्रामक हैं। भारत सरकार ने साफ किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस जैसी ऐप्स अभी भी बैन हैं और केवल वेबसाइट्स का आंशिक रूप से खुलना तकनीकी खामी का नतीजा है।