ब्राजील: पूर्व राष्ट्रपति जैयर बोलसोनारो को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत हाउस अरेस्ट में भेज दिया गया है। यह कार्रवाई उनके खिलाफ चल रही जांच के चलते की गई है, जिसमें उन पर वर्ष 2022 के चुनाव परिणामों को पलटने की साजिश रचने का आरोप है। अदालत की निगरानी कर रहे जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस ने स्पष्ट किया कि बोलसोनारो ने पहले से दिए गए सुरक्षा प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है।
कोर्ट ने यह आदेश तब जारी किया जब बोलसोनारो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने तीनों सांसद बेटों के अकाउंट्स के जरिए सामग्री साझा की, जो तय शर्तों के खिलाफ था। हाल ही में उन्होंने रियो डी जेनेरियो में एक जनसभा में अपने समर्थकों को सीनेटर बेटे फ्लावियो बोलसोनारो के मोबाइल फोन से संबोधित किया, जो न्यायिक नियमों की अवहेलना मानी गई।
इस बीच अमेरिका और ब्राजील के बीच चल रहे ट्रेड विवाद में भी नया मोड़ आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील से आने वाले उत्पादों पर 50 प्रतिशत तक आयात शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। ट्रंप ने इसके लिए बोलसोनारो के खिलाफ चल रही न्यायिक प्रक्रिया को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने बोलसोनारो को इलेक्ट्रॉनिक निगरानी उपकरण पहनने और यात्रा प्रतिबंधों का पालन करने का आदेश भी पहले ही जारी कर दिया था। सोमवार को जैसे ही हाउस अरेस्ट की घोषणा हुई, फेडरल पुलिस ने उनके ब्रासीलिया स्थित घर पर पहुंचकर मोबाइल फोन जब्त करने की कार्रवाई की।
जांच में यह भी सामने आया है कि बोलसोनारो एक संगठित आपराधिक समूह के साथ जुड़े थे, जिसने न केवल चुनाव परिणाम पलटने की योजना बनाई थी, बल्कि इसमें राष्ट्रपति लूला और जस्टिस डी मोरेस की हत्या की साजिश रचने का आरोप भी जोड़ा गया है।
अब बोलसोनारो पर बढ़ती अंतरराष्ट्रीय निगरानी के बीच यह मामला न केवल ब्राजील की राजनीति को प्रभावित कर रहा है, बल्कि अमेरिका-ब्राजील संबंधों की दिशा भी तय कर सकता है।