चिड़ावा, 27 जुलाई। शहर के प्रमुख निजी अध्ययन पुस्तकालयों में 1 अगस्त 2025 से मासिक शुल्क में वृद्धि की जाएगी। नए तय शुल्क के अनुसार सर्दियों में मासिक फीस 800 रुपये तथा गर्मियों में 900 रुपये होगी। यह निर्णय हाल ही में आयोजित पुस्तकालय संचालकों की एक बैठक में लिया गया, जिसमें बढ़ती लागत, सेवाओं के विस्तार और बिजली बिल में वृद्धि को लेकर चर्चा हुई।
पुस्तकालय प्रबंधकों के अनुसार स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिससे संचालन में आर्थिक बोझ बढ़ गया है। इसके अलावा एयर कंडीशनिंग व्यवस्था, वाई-फाई सेवा, डिजिटल संसाधनों की उपलब्धता, अतिरिक्त अध्ययन कक्ष, शुद्ध पेयजल और सुरक्षा प्रबंधों पर होने वाले खर्चों को भी शुल्क वृद्धि का आधार बताया गया है।
बैठक में यूनिक लाइब्रेरी, स्कोलर, न्यू संस्कार, जे.पी. लाइब्रेरी, मंथन संस्थान, गलेक्सी, सरस्वती (बिग मार्केट), पांडे टाइपिंग, फ्रेंड्स, केशरी और कृष्णा लाइब्रेरी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने एकमत से यह निर्णय लिया कि पुस्तकालयों की बेहतर सेवाएं बनाए रखने के लिए शुल्क में संशोधन जरूरी है। संचालकों का कहना है कि यह वृद्धि विद्यार्थियों के हित में है, जिससे उन्हें अधिक सुविधा और अनुकूल वातावरण मिल सकेगा।
शहर के नागरिकों और विद्यार्थियों में इस निर्णय को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ विद्यार्थियों का कहना है कि शुल्क वृद्धि उनके बजट पर असर डालेगी, वहीं कईयों ने इस निर्णय को सुविधाओं की दृष्टि से आवश्यक बताया है। उल्लेखनीय है कि पुस्तकालयों में अब हाई-स्पीड इंटरनेट, डिजिटलीकरण, बेहतर प्रकाश व्यवस्था और स्वच्छता जैसे बिंदुओं पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
संचालकों ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि पुस्तकालयों की स्थिरता बनाए रखने के लिए यह कदम आवश्यक था और भविष्य में सुविधाओं की गुणवत्ता और भी बेहतर की जाएगी। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के युग में छात्र-छात्राओं को एक शांत, संसाधनयुक्त अध्ययन स्थल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।