नवलगढ़: पुलिस थाना नवलगढ़ और एजीटीएफ टीम नवलगढ़ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हत्या के प्रयास के एक मामले में दो माह से फरार चल रहे हार्डकोर अपराधी रोहित महला को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से एक स्वीफ्ट कार भी जब्त की गई है। पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के निर्देश और नवलगढ़ वृत्ताधिकारी राजवीर सिंह के सुपरविजन में यह कार्रवाई अंजाम दी गई।
15 मई 2025 को धायलो का बास कारी निवासी राकेश कुमार ने थाने में रिपोर्ट दी थी कि वह रात करीब साढ़े ग्यारह बजे ग्राम जाखल से अपने घर लौट रहा था, तभी उसके घर से 500 मीटर पहले एक कैम्पर और तीन पिकअप गाड़ियों में सवार 10 से 12 लोगों ने उसे रोक लिया। इनमें प्योरलाल रुलानिया, मदन रुलानिया, धोलू, विरेंद्र उर्फ विरु, नागू धमोरा, रोहित महला, संजू धीवा समेत अन्य ने लोहे की सरियों और पाइपों से राकेश पर हमला कर दिया। हमले में न केवल राकेश को गंभीर चोटें आईं, बल्कि उसकी पिकअप भी तोड़ दी गई। हमलावर उसे उठाकर नवलगढ़ अस्पताल के पास फेंक गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसकी जिम्मेदारी उपनिरीक्षक अमर सिंह को सौंपी गई।
घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहा था और लगातार ठिकाने बदल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस की विभिन्न टीमों ने तकनीकी और आसूचना माध्यमों से लगातार उसकी निगरानी जारी रखी। 6 जुलाई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सिंघाना क्षेत्र से आरोपी का पीछा शुरू किया और बड़वासी रोड पर नाकाबंदी कर रोहित महला को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी रोहित महला के खिलाफ गुढागौड़जी थाने में 10 से अधिक गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, वाहन क्षति और अपहरण जैसी धाराओं में कार्रवाई की है।
इस अभियान में बुहाना थानाधिकारी उमराव सिंह, नवलगढ़ थाना प्रभारी अमर सिंह, एजीटीएफ सदस्य विक्रम सिंह, विक्रम, सुरेंद्र, अंकित, अरविंद, विजेंद्र, गंगाराम, प्रेमचंद, सुरेंद्र और मुकेश की विशेष भूमिका रही। झुंझुनूं साइबर सेल की टीम ने भी इस कार्रवाई में सहयोग किया।
इस गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का कहना है कि ऐसे संगठित अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी कीमत पर कानून व्यवस्था भंग नहीं होने दी जाएगी।