नई दिल्ली: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक वैश्विक कूटनीतिक पहल की शुरुआत की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सांसदों की दो सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल टीमें शुक्रवार रात को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का पक्ष रखने और पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर बेनकाब करने के लिए रवाना हुईं। इन प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य आतंकवाद के विरुद्ध भारत की नीति और संवेदनशील अनुभवों को दुनिया के सामने लाना है।

अमेरिका, पनामा, ब्राज़ील समेत 5 देशों की यात्रा पर रवाना हुआ पहला प्रतिनिधिमंडल
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त राज्य अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील, और कोलंबिया की यात्रा के लिए उड़ान भरी। रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में शशि थरूर ने कहा:
“हमें अपने देश के लिए और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया के लिए आवाज उठानी होगी। यह सिर्फ हमारी लड़ाई नहीं, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा की लड़ाई है। हम दुनिया को यह बताने जा रहे हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किस तरह खड़ा है और क्यों यह मुद्दा वैश्विक स्तर पर प्राथमिकता होनी चाहिए।”
प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्य शामिल हैं:
- शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी)
- डॉ. सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा)
- सुदीप बंद्योपाध्याय (तृणमूल कांग्रेस)
- गंती हरीश मधुर बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी)
- शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी)
- मिलिंद देवड़ा (शिवसेना – उद्धव गुट)
इसके अलावा दो गैर-राजनीतिक विशेषज्ञ भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं — तरनजीत सिंह संधू, अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत, और डॉ. वरुण जेफ, भारतीय महासागर क्षेत्र के निदेशक। ये दोनों अधिकारी प्रतिनिधिमंडल के विदेश में संपर्क अधिकारी की भूमिका निभाएंगे।

खाड़ी देशों के लिए रवाना हुआ दूसरा प्रतिनिधिमंडल, जय पांडा कर रहे नेतृत्व
भाजपा सांसद जय बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक अन्य सांसदों की टीम खाड़ी देशों के लिए रवाना हुई है। इस प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य अरब देशों के सामने आतंकवाद की वैश्विक समस्या और पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करना है।
तेजस्वी सूर्या ने रवाना होने से पूर्व कहा:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हम सभी सांसदों को एक बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है — दुनिया को यह बताने की कि पाकिस्तान द्वारा फैलाया जा रहा आतंकवाद केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति के लिए खतरा है। हमारी ज़ीरो टॉलरेंस की नीति को दुनिया तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की वैश्विक आतंकवाद विरोधी रणनीति
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत सरकार की एक बहुआयामी विदेश नीति पहल है, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह समझाना है कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई सिर्फ एक राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बल्कि एक वैश्विक मानवीय चुनौती है। इस पहल के तहत भारत अपने संसदीय प्रतिनिधियों, राजनयिकों और सुरक्षा विशेषज्ञों के माध्यम से विभिन्न देशों की संसदों, थिंक टैंकों और मीडिया संस्थानों से संवाद कर रहा है।