नई दिल्ली: भारत द्वारा पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक राष्ट्रपति भवन में हुई। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, निष्पादन और परिणामों की विस्तृत जानकारी दी।

राष्ट्रपति ने की भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना
राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्ववर्ती ट्विटर) पर साझा किए गए संदेश में कहा गया:
“राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता, दक्षता और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने आतंकवाद के विरुद्ध इस निर्णायक कदम को राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।”
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के विरुद्ध सटीक प्रहार
भारत ने यह सैन्य अभियान 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस बर्बर घटना के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों और सशस्त्र बलों ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद नौ प्रमुख आतंकी अड्डों की पहचान की।
6-7 मई की दरम्यानी रात भारतीय वायुसेना, थलसेना और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त समन्वय से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। इसमें—
- 9 आतंकी ठिकाने पूरी तरह ध्वस्त किए गए।
- 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
- पाकिस्तान के 8 सैन्य बेस को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया।

पाकिस्तान ने मांगी सीजफायर की गुहार
भारत की इस सर्जिकल प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का आग्रह किया गया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान को इस अभियान से रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक झटका लगा है। भारत की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि आतंकवाद के खिलाफ अब ‘नो टॉलरेंस पॉलिसी’ के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सशस्त्र बलों के सम्मान में तिरंगा यात्रा
भारतीय जनता पार्टी की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि और सेना के अदम्य साहस के सम्मान में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। इस यात्रा का उद्देश्य जनता को यह संदेश देना है कि देश अपने सशस्त्र बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है।
राजनीतिक और सैन्य विश्लेषकों की प्रतिक्रिया
- सेना के पूर्व जनरल सतबीर सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत अब आतंकवाद को सीमापार से संचालित होने देने वाला देश नहीं है।”
- रक्षा विश्लेषक भावना आचार्य के अनुसार, “इस तरह की जवाबी कार्रवाई आतंकियों को सीधा संदेश देती है कि भारत की रणनीति अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक और सटीक है।”