नई दिल्ली: भारत सरकार ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत सटीक और निर्णायक कार्रवाई की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई को निर्दोष नागरिकों की हत्या का माकूल जवाब बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

अमित शाह का बयान: “आतंकियों को माफ नहीं करेंगे”
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखते हुए कहा –
“हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या के प्रति भारत की प्रतिक्रिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और उसके नागरिकों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। आतंकवाद को समाप्त करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
Proud of our armed forces.#OperationSindoor is Bharat’s response to the brutal killing of our innocent brothers in Pahalgam.
— Amit Shah (@AmitShah) May 7, 2025
The Modi government is resolved to give a befitting response to any attack on India and its people. Bharat remains firmly committed to eradicating…
जेपी नड्डा का बयान: “मिटा देंगे आतंकवाद का नासूर”
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ऑपरेशन सिंदूर को भारत की निर्णायक नीति का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा –
“पहलगाम पर भारत का पैग़ाम साफ है – छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि भारत की आत्मा पर हमला करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी। भारत आतंकवाद को उसकी जड़ से उखाड़ फेंकने में सक्षम और संकल्पबद्ध है।”
पहलगाम पर भारत का पैग़ाम – छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) May 7, 2025
प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा भारत की आत्मा पर हमला करने वालो को कड़ी सज़ा मिलेगी।
भारत आतंकवाद को उसकी जड़ से उखाड़ फेकने में सक्षम भी है और संकल्प बद्ध भी है।
मिटा देंगे आतंकवाद का नासूर – #OperationSindoor
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नेतृत्व और नामकरण
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह ऑपरेशन मंगलवार देर रात को अंजाम दिया गया। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त योजना के तहत PoK और पाकिस्तान के अंदर स्थित नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।
इस सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुझाए गए नाम – ‘ऑपरेशन सिंदूर’ दिया गया, जो भारत की मर्यादा और शहीदों की स्मृति का प्रतीक है।
रक्षा मंत्रालय का आधिकारिक बयान:
सरकारी बयान में बताया गया कि यह “केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उकसावा देने वाली” कार्रवाई थी, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और PoK में मौजूद उन आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जहां से भारत के खिलाफ हमलों की साजिशें रची जाती थीं।
नष्ट किए गए प्रमुख आतंकी ठिकाने:
- मुरीदके
- बहावलपुर (जेईएम का संचालन केंद्र)
- गुलपुर
- सवाई
- बिलाल कैंप
- कोटली कैंप
- बरनाला कैंप
- सरजाल कैंप
- महमूना कैंप
इन ठिकानों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे कुख्यात संगठनों से था।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं की ऑपरेशन की मॉनिटरिंग
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे ऑपरेशन की निगरानी की और सुरक्षा बलों को हरसंभव सहयोग दिया। यह ऑपरेशन देश की सुरक्षा नीति में “जीरो टॉलरेंस टू टेरर” की नीति को दर्शाता है।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: “युद्ध की कार्रवाई” बताया
दूसरी ओर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय कार्रवाई को युद्ध की कार्रवाई करार दिया है। पाकिस्तान का दावा है कि भारत ने छह स्थानों पर हमला किया, जिसमें आठ लोगों की मौत हुई। शरीफ ने कहा कि “हमें इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने का अधिकार है।”