पाकिस्तान: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बैसरन (पहलगाम) में आतंकियों ने एक भयावह और कायरतापूर्ण आतंकी हमला किया। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। चश्मदीदों और प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों ने पर्यटकों की धार्मिक पहचान पूछकर उन्हें निशाना बनाया, जिससे यह हमला न केवल आतंकी कृत्य बल्कि सांप्रदायिक द्वेष से प्रेरित नरसंहार प्रतीत होता है।

‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (The Resistance Front) ने ली है, जिसे भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक फ्रंट संगठन मानती हैं। TRF ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस हमले को ‘कश्मीर की आजादी की लड़ाई’ का हिस्सा बताया, जबकि भारत सरकार ने इसे सीधा युद्धोन्मुख आतंकी कृत्य करार दिया है।
आदिल रजा का सनसनीखेज दावा: ‘हमला जनरल असीम मुनीर के आदेश पर हुआ’
हमले के दो दिन बाद, 24 अप्रैल 2025 को, पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी और यूट्यूबर मेजर (सेवानिवृत्त) आदिल रजा ने एक भारी सनसनीखेज दावा किया।
रजा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा:
“बैसरन हमला पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के प्रत्यक्ष आदेश पर किया गया था। इसका उद्देश्य कश्मीर में हिंसा फैलाना और भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अस्थिर करना था।”
#PahalgamTerrorAttack was an individual act carried out by the fascist Asim Munir and his accomplices within the military to serve their personal interests. Therefore, the military-occupied Pakistan can not be held responsible for the actions of a single rogue element within an…
— Adil Raja (@soldierspeaks) April 24, 2025
आदिल रजा के इस बयान से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। हालांकि इस दावे के कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन यह बयान अंतरराष्ट्रीय हलकों में गंभीरता से लिया जा रहा है।
कौन हैं मेजर (सेवानिवृत्त) आदिल रजा?
- आदिल रजा पाकिस्तान सेना के विशेष सेवा समूह (SSG) में मेजर के पद पर कार्यरत थे।
- 2023 में उन्हें 14 वर्षों की सैन्य सजा सुनाई गई थी, जिसमें उन पर सेना को विद्रोह के लिए उकसाने और गोपनीय दस्तावेजों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए थे।
- फिलहाल वह विदेश में निर्वासन में रहते हैं, और अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसियों की आलोचना करते हैं।
- उनके दावे अक्सर विवादास्पद और अति संवेदनशील माने जाते हैं, लेकिन भारतीय मीडिया और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गंभीरता से जांच की जाती है।

पाकिस्तान ने आरोपों को बताया निराधार
पाकिस्तान ने इस पूरे घटनाक्रम को सिरे से नकारते हुए भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगाने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा:
“ऐसे बेबुनियाद आरोप द्विपक्षीय तनाव को भड़काने और कूटनीतिक प्रयासों को कमजोर करने के उद्देश्य से लगाए गए हैं। हम भारत के युद्धोन्मुख रवैये की निंदा करते हैं।”
साथ ही, पाकिस्तानी मीडिया ने भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई को लेकर ‘आक्रामक और युद्धोन्मुख नीति’ बताया है और पाकिस्तान सरकार ने भी ‘सभी विकल्प खुले’ रखने की बात कही है।