पहलगाम, जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकवादी हमले ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। इस नृशंस हमले में अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक पहलगाम क्षेत्र में छुट्टियां मना रहे थे। हमले की क्रूरता और निर्दोष नागरिकों की मौत ने देशभर में गुस्से और दुख का माहौल पैदा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।

निर्मला सीतारमण ने बीच में छोड़ा विदेश दौरा
हमले की भयावहता को देखते हुए भारत की केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी अमेरिका और पेरू की आधिकारिक यात्रा बीच में ही समाप्त करने का निर्णय लिया है।
वह रविवार को छह दिवसीय अमेरिका यात्रा पर रवाना हुई थीं और उसके बाद पेरू की यात्रा प्रस्तावित थी। लेकिन हमले के बाद उत्पन्न संकटपूर्ण परिस्थिति को देखते हुए उन्होंने तुरंत वापसी का फैसला लिया।
Union Minister for Finance and Corporate Affairs Smt. @nsitharaman is cutting short her official visit to the USA-Peru.
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) April 22, 2025
She is taking the earliest available flight back to India to be with our people in this difficult and tragic time.#PahalgamTerroristAttack
वित्त मंत्रालय ने एक आधिकारिक पोस्ट में बताया,
“केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण अमेरिका-पेरू की अपनी यात्रा को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर रही हैं। वह जल्द से जल्द भारत लौट रही हैं ताकि इस कठिन समय में देश के नागरिकों के साथ खड़ी हो सकें।”
प्रधानमंत्री मोदी भी सऊदी अरब से जल्द लौटे
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी सऊदी अरब यात्रा को मंगलवार रात बीच में ही समाप्त कर दिया और निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले भारत वापस लौट आए। उनका यह त्वरित निर्णय इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार इस हमले को लेकर पूरी तरह गंभीर और सतर्क है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक कर हालात की समीक्षा की और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल व गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

सरकार की तत्परता और संवेदनशीलता का प्रमाण
वित्त मंत्री सीतारमण का यह कदम न केवल उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि देश की जनता के प्रति उनकी जवाबदेही सर्वोपरि है।
उनकी शीघ्र वापसी से यह संदेश भी गया है कि सरकार संकट के समय जनता को अकेला नहीं छोड़ती, और देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों में कोई भी अन्य कार्य प्राथमिकता नहीं रखता।