भुवनेश्वर और इटावा से उठाए राजनीतिक और पर्यावरणीय मुद्दे, योगी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ओडिशा दौरे के दौरान कांग्रेस पार्टी और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से जुड़ी चार्जशीट के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“कांग्रेस ने ही ईडी जैसी संस्था बनाई थी और आज उसी के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ईडी जैसे विभाग को समाप्त कर देना चाहिए।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक गर्मी चरम पर है।
"कांग्रेस ने ही ईडी बनाई थी और आज ईडी की वजह से उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ईडी जैसे विभाग को समाप्त कर देना चाहिए।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 16, 2025
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, भुवनेश्वर pic.twitter.com/ffJBfGrAEJ
ओडिशा में समाजवादी पार्टी का विस्तार संभव
भुवनेश्वर पहुंचने पर अखिलेश यादव ने कहा कि वे पहले भी कई बार ओडिशा आ चुके हैं, लेकिन लंबे समय बाद उनका यह दौरा हुआ है। इस दौरान उन्होंने इशारा किया कि समाजवादी पार्टी अब उत्तर प्रदेश की सीमाओं से बाहर भी अपने संगठन को विस्तार देने के मूड में है।
“समाजवादी पार्टी की कोशिश होगी कि ओडिशा में भी पार्टी का गठन हो और यहां भी समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाया जाए।”
इटावा में सुमेर सिंह किले के पासवाले बड़े-छोटे पहाड़ क्या बड़े-छोटे अधिकारी के साथ ही बस्ती-गोरखपुर की तरफ़ ट्रांसफ़र कर दिये गये हैं?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 15, 2025
अधिकारी तो नये आ जाएँगे लेकिन भ्रष्टाचार के फावड़े से काटकर गुम कर दिया गया और मिलीभगत से काट-बाँटकर गायब कर दिया गया, चंबल के बीहड़ का पहाड़… pic.twitter.com/tPb2YXQY5J
इटावा में अवैध खनन और पर्यावरणीय विनाश पर तीखा हमला
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने बुधवार को इटावा में चंबल के बीहड़ों में अवैध खनन को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में पूरे-के-पूरे पहाड़ गायब हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा:
“इटावा में सुमेर सिंह किले के पासवाले बड़े-छोटे पहाड़ क्या बड़े-छोटे अधिकारी के साथ ही बस्ती-गोरखपुर की तरफ ट्रांसफर कर दिए गए हैं?”

यादव ने इस बात पर भी रोष जताया कि वर्तमान अफसर तो चले जाएंगे लेकिन जो भ्रष्टाचार के फावड़े से काटकर पहाड़ और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया गया है, उसकी भरपाई संभव नहीं।
“मिलीभगत से काट-बांट कर गायब कर दिया गया चंबल के बीहड़ का पहाड़ कैसे वापस आएगा? पर्यावरण कहे आज का – नहीं चाहिए भाजपा!”