मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शन के बाद फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसाग्रस्त शमशेरगंज और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। इस दौरान लगभग 500 हिंदू परिवारों के पलायन की खबर सामने आई है, जिन्होंने भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण ली है। कुछ लोग झारखंड की ओर भी पलायन कर गए हैं।
हिंसा और पलायन: डर के साये में हिंदू समुदाय
हिंसा से प्रभावित लोगों का आरोप है कि कट्टरपंथियों के डर से उन्हें रातों-रात घर छोड़कर भागना पड़ा। कई घरों को जलाने, लूटपाट और महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं ने लोगों को भयभीत कर दिया है। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि कट्टरपंथियों द्वारा हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि फरक्का से टीएमसी विधायक मनिरुल इस्लाम भी हिंसा के बाद अपना घर छोड़ चुके हैं और उनके घर पर ताला लगा मिला।

बीएसएफ पर फायरिंग और बच्चों के घायल होने की पुष्टि
शमशेरगंज के धुलियान क्षेत्र में रविवार सुबह बीएसएफ की टीम पर दोबारा फायरिंग की गई। इसमें दो बच्चे घायल हो गए। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भी तीन स्थानों पर उपद्रवियों ने जवानों पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसके जवाब में हवाई फायरिंग की गई। रविवार को बीएसएफ ने एक घर से हमले की तैयारी में इकट्ठा किए गए पत्थरों के ढेर को जब्त किया।
200 हिंदू घरों को जलाए जाने का दावा, तालाबों में ज़हर
सूत्रों के अनुसार, मुर्शिदाबाद जिले में करीब 200 हिंदू घरों को जलाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गैस सिलिंडरों को खोलकर और पेट्रोल डालकर आगजनी की गई। दुकानों और घरों में लूटपाट भी की गई। यहां तक कि तालाबों में ज़हर मिलाने और पान के बागानों को जलाने के आरोप भी सामने आए हैं।
मंदिरों में तोड़फोड़, NIA जांच की मांग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दो मंदिरों में तोड़फोड़ का दावा करते हुए मामले की एनआईए जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
अब तक 150 गिरफ्तार, 17 कंपनियां सुरक्षा में तैनात
पुलिस ने अब तक करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार ने बीएसएफ की 9 और सीआरपीएफ की 8 कंपनियों को मुर्शिदाबाद के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया है। इन कंपनियों ने सूती और शमशेरगंज थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्त की।

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शाह को पत्र, अफस्पा लागू करने की मांग
पुरुलिया से भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो और राणाघाट से सांसद जगन्नाथ सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर चार सीमावर्ती जिलों में अफस्पा लागू करने की मांग की है। उनका आरोप है कि राज्य में हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले हो रहे हैं और राज्य सरकार की ओर से उचित कार्रवाई नहीं की जा रही।
तृणमूल और कांग्रेस का पलटवार
तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हिंसा के पीछे भाजपा और बाहरी लोग हैं। मंत्री सिद्धीकुल्ला चौधरी और सांसद खलीलुर रहमान ने दावा किया कि बीएसएफ की गोली से मौतें हुईं और हिंसा को राजनीतिक साजिश के तहत अंजाम दिया गया। कांग्रेस सांसद ईशाखान चौधरी ने शांति बहाली के लिए तृणमूल द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की।