पितराम काला मूल रूप से पिलानी विधानसभा क्षेत्र की चिड़ावा तहसील के केहरपुरा गांव के निवासी हैं। वर्तमान में वे परिवार सहित पिलानी में रहते हैं और लम्बे समय तक शिक्षा विभाग में सेवारत रहे हैं। पितराम काला 1987 में सेकंड ग्रेड शिक्षक के रूप में शिक्षा विभाग में चयनित हुए थे। लगभग 31 वर्ष के सेवा काल में वे प्रधानाध्यपक, सीबीईओ, डीईओ आदि पदों पर रहते हुए जॉइंट डायरेक्टर (एजुकेशन) के पद से अभी हाल ही में रिटायर हुए हैं।
कांग्रेस में स्थानीय स्तर पर पार्टी कार्यकर्त्ताओं का विरोध मौजूदा विधायक जेपी चंदेलिया को भारी पड़ा। जातिगत समीकरण और पार्टी के ही अन्य नेताओं की नाराजगी को देखते हुए पार्टी ने उनका टिकट काट दिया।
चुनाव लड़ने के लिए ही छोड़ी नौकरी
बताया जा रहा है कि चुनाव लड़ने के लिए ही पितराम काला ने संयुक्त निदेशक शिक्षा के पद से स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति ली है। पिलानी विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में काला नया चेहरा है। इससे पहले उनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है। चुनाव प्रचार के लिए काला को अधिक समय नहीं मिल पाया है। इसके अलावा मौजूदा विधायक का टिकट कटने से उनके समर्थकों की नाराजगी का सामना भी काला को करना पड़ेगा, लिहाजा चुनावी जंग उनके लिए आसान नहीं होगी। ऐसा स्थानीय राजनीति की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है।