चिड़ावा, 14 जनवरी 2025: राजस्थान का छोटा सा शहर चिड़ावा विश्व पटल पर अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। यहां विवेकानंद मित्र परिषद द्वारा शुरू की गई एक अनूठी पहल ने देश का नाम रोशन किया है। परिषद द्वारा प्रतिदिन दो बार राष्ट्रगान, ध्वजारोहण और ध्वज अवतरण की परंपरा को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिली है।
26 जनवरी, 2019 से चिड़ावा के विवेकानंद चौक पर प्रतिदिन सुबह साढ़े आठ बजे ध्वजारोहण और शाम को मौसम के अनुसार सवा पांच या सवा छह बजे बिगुल वादन के साथ ध्वज अवतरण की परंपरा निभाई जाती है। यह परंपरा राष्ट्रीय गौरव के प्रति शहरवासियों के अगाध प्रेम का प्रतीक है।

इस अनूठी पहल को देखते हुए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने चिड़ावा को यह सम्मान दिया है। यह उपलब्धि पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। विवेकानंद मित्र परिषद को इस उपलब्धि के लिए प्रशस्ति पत्र और मैडल से सम्मानित किया गया।
विवेकानंद मित्र परिषद ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को मनाने के लिए एक विशेष समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला सह संघ चालक संदीप शर्मा, परिषद के संरक्षक बैजनाथ मोदी और अन्य गणमान्य सदस्यों ने हिस्सा लिया। सभी ने मिठाई बांटकर इस उपलब्धि का जश्न मनाया।
खेतड़ी के रामकृष्ण परमहंस मिशन के संत स्वामी प्रशांतानंद महाराज ने एक विशेष समारोह में संस्था के सदस्यों को यह प्रमाण पत्र सौंपा और इस अनूठी उपलब्धि के लिए बधाई दी।