झुंझुनू, 3 जनवरी, 2025: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के लिए की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में झुंझुनू में विशाल आक्रोश रैली निकाली गई। रैली में शामिल लोगों ने अमित शाह का पुतला फूंका और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
शुक्रवार को विभिन्न संगठनों और सर्व समाज संघर्ष समिति के सदस्यों ने गाँधी चौक झुंझुनू में एकत्र होकर अमित शाह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली के दौरान अमित शाह का पुतला फूंका गया और राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया।
यह रैली अमित शाह द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के लिए की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में निकाली गई थी। रैली में शामिल लोगों का कहना था कि अमित शाह की टिप्पणी अनुचित और अस्वीकार्य है।
रैली में पिलानी विधायक पितराम सिंह काला, प्रोफेसर जयलाल सिंह, मांगीलाल मंगल, रामनिवास भूरिया, बलवीर सिंह काला, विकास आल्हा, रामानंद आर्य, देवकरण महरिया, एडवोकेट फूलचंद बरवड़, एडवोकेट सीताराम सेवदा, दलीप डिग्रवाल, शकील फौजी, सुभाष डिग्रवाल, एडवोकेट बजरंग लाल, कप्तान मोहन लाल, रामकरण नारनौलिया, धर्मेन्द्र कुमार किलानिया,मधु खन्ना, डॉ कमल मीणा, वीरेंद्र मीणा, एडवोकेट ओमप्रकाश ओजटू, दौलत महारानियां, ओ पी बौद्ध, चौथमल सोक्रिया, डी पी बोयल, कैलाश दास महाराज, सीताराम बास बुडाना, संदीप पाटील, बंशीधर भीमसारिया, सुभाष चंद मारीगसर, संजय शास्त्री, सरदार सिंह बालान, जी एल बौद्ध, जितेंद्र गर्वा, एडवोकेट धर्मपाल बंशीलाल, अशोक मंडाड़, राजेश हरिपुरा, आनंद वर्मा, राजेंद्र गुढा, महावीर प्रसाद बौद्ध, दिनेश तानानिया, मदनलाल गुडेसर, पवन आलडिया, पूर्णमल भोजासर,शीशराम सिलौलिया, मनोज मीणा,गुरुदयाल सिंह दिलालपुर, चंद्रभान काकोडा, अरविंद बौद्ध,सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
रैली में उपस्थित लोगों ने निर्णय लिया कि जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगते या फिर उन्हें पद से बर्खास्त नहीं किया जाता है, तब तक विरोध जारी रहेगा। इसके लिए भारत बंद करना या जेल भरो आंदोलन शुरू करने की बात भी कही गई।