भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के भोपाल में लोकायुक्त और आयकर विभाग की टीमों द्वारा कई कारोबारियों के घरों पर छापे मारे गए हैं। इस दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जब आयकर विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मेंडोरी के जंगल में खड़ी एक कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए। यह कार्रवाई गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को की गई, जब 30 गाड़ियों की एक टीम ने वाहन को पकड़ा।
गाड़ी की पहचान और मालिक की कड़ी
मिली जानकारी के अनुसार, सोने और नकदी से भरी हुई गाड़ी एक टोयोटा इनोवा क्रिस्टा है, जो ग्वालियर में रजिस्टर्ड है और जिसका मालिक चंदन गौर बताया जा रहा है। हालांकि, सोने के मालिक के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। गाड़ी का पंजीकरण चंदन गौर के नाम पर है, और उनका नाम पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा से जुड़ा हुआ है। शर्मा के कार्यालय और आवास पर बुधवार को लोकायुक्त पुलिस का छापा पड़ा था, जहां से पुलिस ने भारी मात्रा में नकद और संपत्ति बरामद की थी।
सौरभ शर्मा से जुड़े तथ्यों का खुलासा
सौरभ शर्मा का नाम एक पूर्व मंत्री और कई अधिकारियों, नेताओं के करीबी रिश्तेदार के रूप में सामने आ रहा है। लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा के दफ्तर और घर पर छापा मारा था, जहां से पुलिस को दो करोड़ 85 लाख रुपये नकद, 50 लाख रुपये की ज्वेलरी और दो करोड़ रुपये की अन्य संपत्ति मिली थी। यह मामले अब जांच के घेरे में हैं, और पुलिस विभिन्न कोणों से मामले की पड़ताल कर रही है।
गाड़ी पर हूटर और पुलिस का निशान: जांच में महत्वपूर्ण पहलू
इस गाड़ी पर एक हूटर लगा हुआ था, और इसके नंबर प्लेट के पास पुलिस का निशान भी बना हुआ था। इस संदर्भ में यह आशंका जताई जा रही है कि वाहन मालिक ने ऐसा जानबूझकर किया हो ताकि पुलिस इसे रोकने से बच सके। पुलिस की यह भी आशंका है कि अगर समय रहते जांच नहीं की जाती, तो यह गाड़ी किसी अन्य स्थान पर ले जाई जा सकती थी, और सोने और नकदी की बरामदगी संभव नहीं हो पाती।