कच्छ, गुजरात: गुजरात के कच्छ जिले के कांडला स्थित इमामी एग्रोटेक प्लांट में एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें एक सुपरवाइजर समेत पांच कर्मचारियों की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब ये कर्मचारी एक केमिकल टैंक की सफाई कर रहे थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, केमिकल टैंक में सफाई करते समय कर्मचारियों की मौत जहरीले धुएं के संपर्क में आने के कारण हुई।
तेल टैंक की सफाई के दौरान हुआ हादसा
पुलिस और फैक्ट्री अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह दुखद घटना बुधवार को करीब 12:30 बजे घटी। हादसे में जान गंवाने वाले पांच कर्मचारियों में चार प्रवासी मजदूर थे, जबकि एक कर्मचारी पाटन जिले का निवासी था। घटना के वक्त सभी कर्मचारी अपशिष्ट उपचार संयंत्र की सफाई में लगे हुए थे। पुलिस और फैक्ट्री निरीक्षक दोनों ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
कर्मचारियों की पहचान हुई
कच्छ (पूर्व) के पुलिस अधीक्षक सागर बागमार ने बताया कि मृतकों में सिद्धार्थ तिवारी, अजमत खान, आशीष गुप्ता, आशीष कुमार और संजय ठाकुर शामिल हैं। घटना के दौरान एक कर्मचारी जब टैंक में कीचड़ निकालने के लिए उतरा, तो जहरीले धुएं के कारण वह बेहोश हो गया। उसे बचाने के लिए जब दो अन्य कर्मचारी नीचे गए, तो वे भी बेहोश हो गए। इसी प्रकार दो और कर्मचारी भी उसी टैंक में गए और सभी पांचों की जान चली गई।
फैक्ट्री के प्लांट हेड ने व्यक्त किया दुख
इमामी एग्रोटेक लिमिटेड के प्लांट हेड मैनिक पाल ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमें सूचना मिली कि दोपहर करीब 12:30 बजे कुछ लोग टैंक में बेहोश होकर गिर गए। उन्हें बचाने की कोशिश में चार और लोगों की जान चली गई। यह अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।” कंपनी ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
सुरक्षा उपायों पर उठ रहे सवाल
इस हादसे ने फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की कमी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह चिंताजनक है कि कर्मचारियों को ऐसे खतरनाक कामों के दौरान पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कामों में सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। फैक्ट्री में सुरक्षा उपायों की अनदेखी पर व्यापक चर्चा की जरूरत है।
इमामी एग्रोटेक प्लांट की पृष्ठभूमि
कांडला स्थित इमामी एग्रोटेक प्लांट खाद्य तेल, बायोडीजल, रिफाइंड पाम, सोयाबीन तेल और वनस्पति घी का उत्पादन करता है। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 3,200 टन है। यह हादसा उसी प्लांट में हुआ जो कच्छ के औद्योगिक क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाता है। पुलिस और अन्य संबंधित विभागों द्वारा इस घटना की गहन जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह हादसा किन परिस्थितियों में हुआ और सुरक्षा नियमों का पालन क्यों नहीं किया गया।