नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 32 दिनों के भीतर दूसरी बार यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की है। यह अहम बैठक 25 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क में उनकी अमेरिकी यात्रा के दौरान हुई। दोनों नेताओं के बीच यह द्विपक्षीय वार्ता रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई।
इससे पहले, 23 अगस्त को यूक्रेन की राजधानी कीव में पीएम मोदी और वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच एक महत्वपूर्ण मुलाकात हुई थी। रूस-यूक्रेन संघर्ष के संदर्भ में भारत लगातार शांति और संघर्षविराम की दिशा में अपने प्रयास तेज कर रहा है। इस प्रक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संपर्क में भी हैं और संघर्ष को सुलझाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के बाद अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से न्यूयॉर्क में मुलाकात हुई। हम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और शांति व स्थिरता की बहाली के लिए यूक्रेन यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने इस अवसर पर रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को दोहराया और कहा कि भारत हमेशा शांति और स्थिरता की स्थापना के लिए प्रयासरत रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध को समाप्त करने और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए अपने द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने जेलेंस्की से कहा कि संघर्ष विराम के लिए एक स्पष्ट रास्ता निकालने की आवश्यकता है और इस मुद्दे पर अन्य विश्व नेताओं से बातचीत की जाती रहेगी।
जेलेंस्की ने की प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री मोदी की हाल की यूक्रेन यात्रा की सराहना की और उनके शांति प्रयासों के प्रति आभार जताया। जेलेंस्की ने कहा, “यह इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तीसरी द्विपक्षीय बैठक है। हम विभिन्न क्षेत्रों में अपने संबंधों को मजबूत करने और शांति सूत्र लागू करने के लिए सक्रिय रूप से मिलकर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय मंचों, जैसे संयुक्त राष्ट्र और जी-20 में दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने की ओर ध्यान दिलाया और कहा कि दोनों देशों की साझेदारी शांति स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
आने वाले समय की संभावनाएं
आशा की जा रही है कि अक्टूबर में रूस के कजान शहर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच भी द्विपक्षीय बैठक हो सकती है। इस बैठक में रूस-यूक्रेन संघर्ष और संघर्षविराम को लेकर बातचीत होने की संभावना जताई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यह युद्ध का युग नहीं है और संघर्ष को समाप्त करने के लिए संवाद और कूटनीतिक रास्तों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
रूस में डोभाल का दौरा: शांति प्रयासों को गति
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संदेश लेकर रूस पहुंचे थे। उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष पर भारत के दृष्टिकोण को साझा किया। इस महत्वपूर्ण दौरे का वीडियो भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में वायरल हुआ, जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि भारत अपने शांति प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।