चिड़ावा, 12 सितम्बर 2024: निकटवर्ती बदनगढ़ गांव में स्थित श्री श्री 1008 बाबा शांतिगिरी आश्रम में हर वर्ष की तरह इस बार भी वार्षिक एवं भव्य मेला 14 सितंबर 2024, शनिवार को आयोजित किया जाएगा। इस मेले की खास बात यह है कि इसमें ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में श्रद्धालु और दर्शक शामिल होते हैं। मेले में धार्मिक आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और परंपरागत गतिविधियों की धूम रहती है, लेकिन इस बार का मुख्य आकर्षण कुश्ती-दंगल प्रतियोगिता होगी।

कुश्ती दंगल में दांव-पेंच का मुकाबला
इस मेले की सबसे बड़ी खासियत कुश्ती-दंगल है, जो ग्रामीणों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। इस बार के दंगल में राजस्थान और हरियाणा के पहलवान अपनी ताकत और कुश्ती के दांव-पेंच का प्रदर्शन करेंगे। यह मुकाबला न केवल पहलवानों के लिए बल्कि दर्शकों के लिए भी एक अद्वितीय अनुभव होगा। कुश्ती की परंपरा गांवों में पीढ़ियों से चली आ रही है, और इसे देखना ग्रामीणों के लिए गर्व और मनोरंजन का एक स्रोत है।
भजन संध्या: भक्ति की बयार
आश्रम के महंत भागवत गिरी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि मेले की पूर्व संध्या शुक्रवार, 13 सितंबर 2024 को मंदिर परिसर में एक विशाल भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, जो श्री श्री 1008 बाबा शांतिगिरी महाराज के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे। भजन संध्या के माध्यम से मंदिर का माहौल भक्तिमय हो जाएगा, और लोग आध्यात्मिकता के सागर में डुबकी लगाएंगे।
ग्रामीण परिवेश में मेले का महत्व
बदनगढ़ का यह मेला ग्रामीण अंचल के लिए सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक धरोहर और ग्रामीण परंपराओं का प्रतीक है। मेले में विभिन्न प्रकार के दुकानों, खाने-पीने के स्टालों और बच्चों के मनोरंजन के साधनों की भी व्यवस्था होती है, जिससे यह मेला एक उत्सव का रूप धारण कर लेता है। मेले में ग्रामीणों को अपने पुराने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने का भी अवसर मिलता है, जिससे सामाजिक संबंध और प्रगाढ़ होते हैं।
संपूर्ण मेले का आयोजन मंदिर समिति और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है, जिससे यह आयोजन सफल और भव्य बन सके।