चिड़ावा – निर्जला एकादशी पर पर आज शहर के मन्दिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कल्याण प्रभु मन्दिर, श्याम मन्दिर, चौरासिया मन्दिर, भगीनिया जोहड़ बालाजी मन्दिर, देवी जी का मन्दिर सहित अन्य मन्दिरों में आज विशेष पूजा की गई। मन्दिरों में आरूढ़ भगवान के विग्रहों का विशेष श्रृंगार किया गया। शाम को शहर के सभी मन्दिरों में भजन कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
निर्जला एकादशी पर दान-पुण्य का विशेष महत्व
चिड़ावा शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों ने आज राहगीरों को शर्बत, शिकंजी व जूस पिलाकर दान-पुण्य किया। श्याम मन्दिर के मुख्य पुजारी राजू महाराज ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि निर्जला एकादशी पर जो भी व्यक्ति दान पुण्य करता है, उसको जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है, और उसे स्वर्ग में स्थान मिलता है। यही वजह है कि आज लोगों ने मन्दिरों में मटके, हाथ पंखे, फल इत्यादि भेंट किए। पुराना बस स्टैंड, गांधी चौक, मुख्य बाजार, नया बस स्टैंड, सूरजगढ़ मोड़ पर जगह-जगह छबील लगाकर राहगीरों को शर्बत, जलजीरा, जूस, तरबूज इत्यादि फल वितरित किये गए।
चिड़ावा में श्रीराम परिवार ने गन्ने के रस की छबील लगाई
चिड़ावा में पुरानी तहसील रोड़ स्थित अनुराग कॉम्प्लेक्स के पास निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर श्रीराम परिवार ने भी गन्ने के रस व कॉल्ड ड्रिंक की छबील लगाई।
श्रीराम परिवार के पवन नहवाल ने बताया कि नवाचार करते हुए व पर्यावरण सुरक्षा के प्रति सामाजिक जागरूकता पैदा करने के लिए प्लास्टिक के बजाय स्टील के गिलासों में राहगीरों को गन्ने का जूस पिलाया गया।
इस पुनीत कार्य में श्रीराम परिवार के छोटे बच्चों अनमोल, जिया शर्मा, जतिन सैनी, विराट, मितांश, अंश, मनन सहित मित्रगण व परिवार के सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
श्योपुरा के युवाओं ने पिलाया शर्बत
निर्जला एकादशी के पावन पर्व पर श्योपुरा ग्राम के युवाओं के ग्रुप द्वारा भी भीषण गर्मी में राहगीरों को शर्बत पिलाया गया।
इस कार्य में सुबह से ही गांव के युवा राहगीरों को रोककर उन्हें प्रेमभाव से शर्बत व जलजीरा पिला रहे थे।
श्योपुरा ग्राम के विक्रांत जाखड़ ने बताया कि गांव के नितेश डांगी, मनोज डांगी, नीरज धत्तरवाल, चंद्रपाल गोदारा, श्रवण कुमार हलवाई, शेर सिंह गोदारा, कमल गोदारा, सुशील कुमार, रामवीर बेनीवाल, ताराचंद सैनी, मंकेश डांगी, रोहन धत्तरवाल, दुलीचंद मेघवाल, चंद्रभान बाबा आदि इस नेक कार्य में अपनी सेवाएं दी।