नॉर्दर्न लाइट्स: शुक्रवार को, सूर्य से निकला एक शक्तिशाली सौर तूफान पृथ्वी से टकरा गया, जिसके परिणामस्वरूप धरती का चुंबकीय क्षेत्र अस्थायी रूप से सुपरचार्ज हो गया। इस घटना के कारण, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों में नॉर्दर्न लाइट का अद्भुत नजारा देखने को मिला, जिसे कई लोगों ने अपने कैमरों में कैद कर लिया।
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने पहले ही चेतावनी जारी की थी
अमेरिका के राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) ने पहले ही इस सौर तूफान की चेतावनी जारी कर दी थी। NOAA के अनुसार, सूर्य में हुई भारी हलचल के कारण तेज लपटें निकलीं, जिसके परिणामस्वरूप कोरोनल मास इजेक्शन (CME) हुआ। वैज्ञानिकों का कहना है कि CME के बाद भू-चुंबकीय तूफान पैदा हुआ, जो शुक्रवार को पृथ्वी से टकराया। यही कारण है कि आसमान में नॉर्दर्न लाइट इतनी तेजी से चमकने लगी।
कहां दिखी नॉर्दर्न लाइट
गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के बड़े हिस्सों में नॉर्दर्न लाइट देखी गई। कैंब्रिजशायर, एसेक्स और वोकिंघम जैसे पूर्वोत्तर इलाकों में यह नजारा सबसे साफ दिखाई दिया। इसके अलावा, केंट, हैम्पशायर और लिवरपूल में भी इस रोशनी को देखा गया। एसेक्स की निवासी कैथलीन क्यूनिया ने गार्जियन को बताया कि उनके लिए नॉर्दर्न लाइट देखना एक अद्भुत अनुभव था। आयरलैंड में भी इस रोशनी को देखा गया।
धरती पर हो सकता है बड़ा नुकसान
नासा ने अपनी सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) से सूर्य में हुए विस्फोट की तस्वीरें ली हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि सूर्य पर कई बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिन्हें सनस्पॉट कहा जाता है। कुछ सनस्पॉट इतने बड़े होते हैं कि वे पृथ्वी से भी बड़े हो सकते हैं। 8 मई को, वैज्ञानिकों ने बताया कि सूर्य की सतह पर एक बड़े सनस्पॉट में विस्फोट हुआ था, जिसके बाद आग की लपटें धरती की ओर बढ़ने लगीं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे धरती के चुंबकीय क्षेत्र पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे जीपीएस सिस्टम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नुकसान हो सकता है। यह सैटेलाइट सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे धरती पर संचार व्यवस्था बाधित हो सकती है।
कहां दिखती है ज्यादा रोशनी
वैज्ञानिकों के अनुसार, सौर तूफानों के कारण पृथ्वी के ध्रुवों के पास ज्यादा रोशनी दिखाई देती है। जिन जगहों पर चुंबकीय क्षेत्र सबसे मजबूत होता है, वहां रोशनी भी ज्यादा तीव्र होती है। वैज्ञानिक भाषा में, जब आवेशित कण चुंबकीय ध्रुवों के आसपास पृथ्वी के वायुमंडल से टकराते हैं, तो नॉर्दर्न लाइट दिखाई देती है। CME के दौरान, यह प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है, जिसके कारण आसमान में यह नजारा और भी शानदार दिखाई देता है।