पूर्वी अफ्रीका के देश तंजानिया में भारी बारिश से भारी तबाही मची है। अल नीनो जलवायु पैटर्न के कारण हुई इस बारिश ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। 155 लोगों की मौत हो चुकी है, 2 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 51,000 घर तबाह हो गए हैं।
बाढ़ और भूस्खलन ने व्यापक नुकसान पहुंचाया है, सड़कों, पुलों और रेलवे को क्षतिग्रस्त कर दिया है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं और आपातकालीन सेवाएं बचाव अभियान में जुटी हुई हैं।
प्रधानमंत्री कासिम मजालिवा ने संसद को बताया कि अस्थिर कृषि प्रथाएं, जैसे वन कटाई, कृषि और अनियमित पशुधन चराई, इस विनाशकारी स्थिति के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। उन्होंने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।
यह तबाही पूर्वी अफ्रीकी क्षेत्र में भारी बारिश का हिस्सा है, जिसके कारण पड़ोसी देशों बुरुंडी और केन्या में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। केन्या में 35 लोगों की मौत हो चुकी है और यह संख्या बढ़ने की आशंका है।
अतिरिक्त जानकारी
- अल नीनो: यह एक प्राकृतिक जलवायु पैटर्न है जो आमतौर पर दुनिया भर में बढ़ती गर्मी, सूखे और भारी बारिश से जुड़ा होता है।
- प्रभावित क्षेत्र: तंजानिया के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
- आपदा राहत: सरकार बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान कर रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी मदद की अपील की गई है।