पिलानी के झेरली आश्रम और ग्रामीणों के बीच रास्ते को लेकर हुए विवाद में आज आश्रम के समर्थक पुलिस थाने पहुंच गए। सैंकड़ों की संख्या में थाने पहुंचे समर्थकों का कहना था कि तारबंदी को लेकर जो भी आरोप झेरली और घूमनसर सरपंच ने आश्रम पर लगाए, वो आधारहीन हैं। थाने में आश्रम समर्थकों ने झेरली सरपंच, उनके पति व घूमनसर सरपंच के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे लोगो ने बताया की रास्ते को लेकर जो विवाद है, दरअसल ग्रामीणों की सहमति से ही वहां तारबंदी की गई थी जिससे कि पेड़-पौधों को संरक्षण मिल सके और इसी उद्देश्य से पानी की व्यवस्था के लिए डिग्गी भी बनाई गई थी।
आपको बता दें कि गुरूवार को घूमनसर सरपंच नरेन्द्र धनखड़ और झेरली सरपंच प्रतिनिधि पूर्णमल आश्रम में गैर कानूनी गतिविधि करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने आश्रम में हथियार होने के भी आरोप लगाए थे।
झेरली आश्रम के पास से घूमनसर के रास्ते पर की गई तारबंदी के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। बाद में मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने ही तारबंदी को उखाड़ फेंका था। रास्ते को लेकर हुए विवाद की सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। झेरली सरपंच व घूमनसर सरपंच ने पुलिस को लिखित रिपोर्ट देकर कार्रवाई की मांग की थी।
आश्रम में श्रद्धा रखने वाले झेरली, घूमनसर गाँव व पिलानी के सैंकड़ों लोग आज पिलानी थाने के सामने पहुँचे और विरोध प्रदर्शन कर थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। आश्रम समर्थकों का कहना था कि सरपंच व सरपंच पति ने बाबा हरिनाथ आश्रम झेरली के महन्त बाबा दशहरा नाथ महाराज पर जो भी आरोप लगाए हैं, वे सभी तथ्यहीन और मिथ्या हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आश्रम पर जो आरोप लगाए गए हैं, उससे हजारों श्रद्धालुओं की भावनाएं आहात हुई हैं। उन्होंने थानाधिकारी से मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग करते हुए कहा कि जाँच में ये सभी आरोप झूठे साबित होते हैं तो आश्रम पर गलत आरोप लगाने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाए।
इन्होंने दिया ज्ञापन
थानाधिकारी को ज्ञापन देने वालों में सूबे सिंह भटैया, बलबीर सिंह शेखावत, नरेन्द्र सिंह शेखावत, सुरेन्द्र स्वामी, नारायण सिंह राव, गोपाल राव, विजयपाल स्वामी, रणधीर भटैया, कृष्ण भटैया, महताब सूरा, सुनील घूमनसर, राजेन्द्र शर्मा, दिनेश भटैया, रघुवीर बजावा, भगवती प्रसाद पिलानी, अशोक सैन, सुनील भटैया, बबलू, पवन ढंढार, वीरपाल गाडोदीया, लीलाधर कुल्हरियों का बास, सोहन लाल गाड़ोदिया, सुनील ढंढार, सुमित सैनी सहित अन्य आश्रम समर्थक शामिल थे।