बीजेपी-आरएसएस पर राहुल गांधी: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगुवाई कर रहे पार्टी नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) को निशाने पर लेते हुए उन पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया.
रविवार (11 फरवरी) को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का डीएनए नफरत का है ही नहीं.
क्या कुछ बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने अपनी पिछली भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ”हमारा लक्ष्य था कि जो नफरत फैलाई जा रही है, बीजेपी के लोग, आरएसएस के लोग, एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाते हैं, एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं, एक स्टेट को दूसरे स्टेट से लड़ाते हैं तो हमने सोचा था कि नफरत की काट मोहब्बत ही हो सकती है. नफरत की काट नफरत तो नहीं कर सकती.” उन्होंने पूछा, ”इस बात से सहमत हैं आप लोग?”
राहुल गांधी ने आगे कहा, ”हमने सोचा ये (बीजेपी-आरएसएस) नफरत फैला रहे हैं, नफरत को काटने के लिए हम नफरत तो नहीं फैला सकते, तो मोहब्बत ही फैलानी पड़ेगी, उसी का फायदा होगा, तो हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली.”
‘हिंदुस्तान का डीएनए…’
राहुल गांधी ने कहा, ”रास्ते में चार हजार किलोमीटर में, मैं सबसे पूछता था कि आपको किसी से नफरत है? मतलब हजारों लोगों से मैंने पूछा और हिंदुस्तान का डीएनए नफरत का है ही नहीं. तो सब लोग मुझे कहें कि भई हम तो किसी से नफरत नहीं करते, मगर अगर आप मीडिया देखो तो 24 घंटे वो नफरत की बात करते रहते हैं.”
दो दिन के विराम के बाद फिर से शुरू हुई यात्रा
रविवार को राहुल गांधी की यात्रा दो दिन के विराम के बाद छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में फिर से शुरू हुई. कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख दीपक बैज और विधानसभा में विपक्ष के नेता चरण दास महंत के राहुल गांधी के साथ एक खुली जीप में सवार थे.
राहुल की यात्रा गुरुवार को ओडिशा से रायगढ़ पहुंची थी और दो दिन के विराम लिया था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी की यात्रा 14 फरवरी को झारखंड में प्रवेश करेगी, उससे पहले रायगढ़, सक्ती, कोरबा, सूरजपुर, सरगुजा और बलरामपुर जिलों से गुजरते हुए छत्तीसगढ़ में 536 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.