चिड़ावा: राजस्थान के खेल इतिहास में चिड़ावा का नाम एक बार फिर गर्व से दर्ज हो गया है। चिड़ावा रेलवे स्टेशन के पास निवास करने वाले भारतीय नौसेना के भूतपूर्व सैनिक विनोद दाधीच ने 65 वर्ष की आयु में सीकर मैराथन 2025 में लगातार तीसरी बार 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन सफलतापूर्वक पूरी कर हैट्रिक लगा दी। 1 घंटा 55 सेकेंड के प्रभावशाली समय में दौड़ पूरी कर उन्होंने न केवल अपनी फिटनेस का लोहा मनवाया, बल्कि झुंझुनू जिले और चिड़ावा का नाम पूरे राजस्थान में ऊंचा कर दिया।
उम्र नहीं, जज़्बा मायने रखता है
सीकर मैराथन में विनोद दाधीच की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि अगर इच्छाशक्ति मजबूत हो तो उम्र सिर्फ एक संख्या बनकर रह जाती है। 65 वर्ष की आयु में 21 किलोमीटर की मैराथन को तय समय में पूरा करना किसी भी युवा धावक के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन पूर्व नौसेना सैनिक होने के नाते उनका अनुशासन और निरंतर अभ्यास इस सफलता की बुनियाद बना।
लगातार तीसरी जीत से बना रिकॉर्ड
विनोद दाधीच इससे पहले भी मैराथन में दो बार हाफ मैराथन पूरी कर चुके हैं। इस बार लगातार तीसरी बार 21 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर उन्होंने हैट्रिक लगाई, जो झुंझुनू जिले के लिए एक उल्लेखनीय खेल उपलब्धि मानी जा रही है। उनकी यह सफलता स्थानीय खेल प्रेमियों और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनकर सामने आई है।
नौसेना की ट्रेनिंग बनी ताकत
भारतीय नौसेना में सेवा के दौरान प्राप्त शारीरिक प्रशिक्षण, अनुशासन और मानसिक मजबूती आज भी विनोद दाधीच की सबसे बड़ी ताकत है। नियमित रनिंग, संतुलित आहार और अनुशासित जीवनशैली के कारण वे इस उम्र में भी मैराथन जैसी कठिन प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पा रहे हैं।
चिड़ावा और झुंझुनू जिले में खुशी की लहर
उनकी इस उपलब्धि के बाद चिड़ावा कस्बे और झुंझुनू जिले में खेल प्रेमियों, सामाजिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों में खुशी का माहौल है। लोगों ने इसे जिले की खेल प्रतिभा और सकारात्मक पहचान के रूप में देखा है, जिससे आने वाली पीढ़ी को खेलों की ओर प्रेरणा मिलेगी।
युवाओं के लिए प्रेरणा बने विनोद दाधीच
सीकर मैराथन जैसे राज्य स्तरीय आयोजन में 65 वर्ष की उम्र में लगातार शानदार प्रदर्शन कर विनोद दाधीच ने यह संदेश दिया है कि स्वस्थ जीवन, नियमित व्यायाम और आत्मविश्वास से किसी भी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है।





