जम्मू-कश्मीर के बारामूला लोकसभा सीट पर हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण में रिकॉर्ड 59 प्रतिशत मतदान हुआ। यह 1984 के बाद से अब तक का सबसे अधिक मतदान है। वहीं, सोपोर विधानसभा क्षेत्र में भी 44.36 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले कुछ दशकों में 10 प्रतिशत से कम रहा करता था। यह लोकतंत्र की मजबूती और जनता के बढ़ते विश्वास का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया आभार
पीएम नरेंद्र मोदी ने बारामूला की जनता के इस अभूतपूर्व योगदान के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बारामूला की मेरी बहनों और भाइयों को लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए बधाई। ऐसी सक्रिय भागीदारी एक महान प्रवृत्ति है।” पीएम मोदी ने इसे ‘शानदार ट्रेंड’ बताते हुए जनता के प्रति आभार प्रकट किया।
राज्यपाल मनोज सिन्हा का संदेश
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा के पोस्ट को भी रिपोस्ट किया। मनोज सिन्हा ने अपने पोस्ट में लिखा, “58 प्रतिशत से अधिक मतदान, बहुत उत्साहजनक है और लोकतंत्र में लोगों के दृढ़ संकल्प और अटूट विश्वास को दर्शाता है। मैं बारामूला की जनता को हमारे लोकतंत्र के महाकुंभ में बड़ी संख्या में शामिल होने के लिए बधाई और धन्यवाद देता हूं।”
चुनाव आयोग ने भी की प्रशंसा
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने भी जम्मू-कश्मीर के वोटर्स को धन्यवाद दिया और कहा, “बड़ी संख्या में लोग (केंद्र शासित प्रदेश) यूटी में लोकतांत्रिक शासन के लिए आगे आ रहे हैं। इसने पैनल को जल्द से जल्द यूटी में विधानसभा चुनाव कराने के लिए प्रोत्साहित किया है।” उल्लेखनीय है कि हंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 72 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
लोकतंत्र की नई राह
बारामूला में हुए इस रिकॉर्ड मतदान ने यह साबित कर दिया है कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की जड़ें और भी मजबूत हो रही हैं। यह जनता के बढ़ते विश्वास और लोकतांत्रिक प्रणाली की सफलता की कहानी बयां करता है। ऐसे में, जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में भी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में लोगों की भागीदारी बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।