झारखंड की राजनीति में गुरुवार शाम एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब हेमंत सोरेन ने राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह झारखंड के राजभवन में आयोजित किया गया था, जहां राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शाम पांच बजे हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
तीन बार बने मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले, बुधवार को उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया था, और उसी दिन चंपई सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद, हेमंत सोरेन ने विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा था।
शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन, मां, और पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं। हालांकि, इस समारोह में केवल हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और किसी भी विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा।
सरकार बनाने का निमंत्रण
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने पहले ही दिन में जानकारी दी थी कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। पहले यह तय था कि वे सात जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन बाद में जेएमएम ने निर्णय लिया कि सोरेन उसी दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप और गठबंधन
हेमंत सोरेन मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जमानत पर रिहा हुए थे और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। जेएमएम के नेतृत्व में गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजभवन में राज्यपाल राधाकृष्णन से मुलाकात की थी। इस शिष्टमंडल में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता सत्यानंद भोक्ता, और विधायक विनोद सिंह शामिल थे। हेमंत सोरेन की पत्नी और गांडेय से विधायक कल्पना सोरेन भी इस शिष्टमंडल में शामिल थीं।