कोलकाता, हाईकोर्ट आदेश: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली क्षेत्र में हाल ही में हुई घटनाओं ने समाज की ध्यानाकर्षण को आकर्षित किया है। इसके बाद, कोलकाता हाईकोर्ट ने संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हुए अत्याचार और जमीन कब्जे के आरोपों की जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का आदेश जारी किया है। इसके अलावा, बीते दिनों ही संदेशखाली में ईडी के अधिकारियों पर हमले की जांच भी सीबीआई द्वारा की जा रही है।
आरोपों की विस्तारपूर्ण जांच
कलकत्ता हाईकोर्ट ने अपने आदेश में संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों और जमीन कब्जे के आरोपों की सीबीआई द्वारा गंभीर जांच करने का सुनिश्चित किया। यहां तक कि पिछले हफ्ते ही उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को फटकार लगाई थी और संदेशखाली के मामलों में त्वरित कार्रवाई के लिए कहा था।
राजनीतिक उलझन
संदेशखाली के स्थानीय महिलाओं ने आरोप लगाए हैं कि स्थानीय टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीन पर अनियंत्रित रूप से कब्जा कर रखा है। इसके साथ ही, कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप भी लगाए हैं। यह मामला बंगाल की राजनीति में उबाल लाया है और विभिन्न दलों के बीच तनाव बढ़ा है।
मुख्य आरोपी और राजनीतिक आलोचना
संदेशखाली मामले का मुख्य आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख हैं। उन्हें ईडी टीम पर हमले के भी आरोप लगाए गए हैं। साथ ही, उनका नाम बंगाल के राशन घोटाले में भी शामिल है। इसके चलते, विपक्ष ने टीएमसी सरकार को घेर लिया है और उसे अपराधिक तत्वों को शह देने का आरोप लगाया है।