हरियाणा: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो पार्टी के सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का शुक्रवार को निधन हो गया। उन्होंने 89 वर्ष की आयु में गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। ओमप्रकाश चौटाला का निधन हरियाणा और देश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।
अचानक बिगड़ी तबीयत से अस्पताल में भर्ती
चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की तबीयत अचानक खराब हो गई थी, जिसके कारण उन्हें शुक्रवार सुबह 11 बजे इमरजेंसी में अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, कुछ ही देर बाद उनका निधन हो गया। बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे, जिसके कारण उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दी श्रद्धांजलि
ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला जी का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की। देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति दें।”
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का शोक संदेश
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “जब ओमप्रकाश जी मुख्यमंत्री थे, मैं विपक्ष का नेता था। हमारे बीच अच्छे संबंध थे। उन्होंने लोगों की सेवा की। वह अभी भी सक्रिय थे। ऐसा नहीं लगा कि वह हमें इतनी जल्दी छोड़ देंगे। वह एक अच्छे इंसान थे और मेरे लिए बड़े भाई जैसे थे।”
राजनीतिक जीवन और योगदान
ओमप्रकाश चौटाला का राजनीति में लंबा और प्रभावशाली करियर रहा है। वह दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे और इनेलो पार्टी के प्रमुख के रूप में राज्य की राजनीति में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने हमेशा राज्य के विकास और समाज की भलाई के लिए कार्य किया। उनकी राजनीतिक यात्रा और समाजसेवा का प्रभाव हरियाणा के लोगों पर गहरा पड़ा है।