झुंझुनूं: 29 नवंबर 2024: सिंघानिया विश्वविद्यालय, पचेरी कलां में शुक्रवार को संस्थापक डी. सी. सिंघानिया की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के अध्यक्ष मनोज कुमार (IAS) ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में रवि सिंघानिया और उनकी पत्नी सोनल सिंघानिया उपस्थित रहे।
श्रद्धांजलि और भजन-कीर्तन से हुई शुरुआत
कार्यक्रम का आरंभ स्व. डी. सी. सिंघानिया की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के साथ हुआ। भजन मंडली द्वारा भजन-कीर्तन की प्रस्तुति ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर कैम्पस डायरेक्टर पी. एस. जस्सल ने अपने स्वागत भाषण में डी. सी. सिंघानिया के प्रेरणादायी जीवन पर प्रकाश डाला और उनकी उपलब्धियों को साझा किया।
डॉ. मनोज कुमार ने की नई योजनाओं की घोषणा
विश्वविद्यालय अध्यक्ष मनोज कुमार ने संस्थान के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए बताया कि नए इंफ्रास्ट्रक्चर और विभिन्न औद्योगिक संस्थानों के साथ अनुबंध पर काम किया जा रहा है। उन्होंने झुंझुनूं और महेंद्रगढ़ जिले के विद्यार्थियों के लिए “डी. सी. मेमोरियल मेडल” योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत चयनित विद्यार्थियों को पाँच श्रेणियों में नकद पुरस्कार, जिसमें अधिकतम राशि 11,000 रुपये होगी, प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान योग प्रशिक्षण भी दिया गया।
सिंघानिया स्कूल के बच्चों ने पेश किया नाटक
सिंघानिया स्कूल के विद्यार्थियों ने “बागवान” विषय पर आधारित एक नाटक का मंचन किया, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।
रवि सिंघानिया ने दी शिक्षा में बदलाव पर जोर
संस्थान के चेयरमैन रवि सिंघानिया ने अपने संबोधन में आधुनिक समाज की आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि उनके पिता ने 72 वर्ष की उम्र में विश्वविद्यालय की नींव रखी, जो प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के प्रति संकल्प व्यक्त किया।
गणमान्य अतिथियों ने साझा किए विचार
कार्यक्रम में पचेरी कलां के पूर्व सरपंच ओमप्रकाश बोहरा, साहित्यकार राधेश्याम गोमला, और SBN स्कूल नारनौल की चेयरमैन कांता यादव ने डी. सी. सिंघानिया के जीवन को प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी दूरदर्शी सोच और प्रयासों से लाखों लोग लाभान्वित हुए।
जरूरतमंदों को वितरित किए कंबल
कार्यक्रम के अंत में रवि सिंघानिया ने जरूरतमंदों को कंबल वितरित कर समाज सेवा का संदेश दिया।
विशिष्ट उपस्थिति
इस अवसर पर आसपास के गांवों के सरपंच, क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति, विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारी, और सिंघानिया स्कूल के शिक्षक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
संपूर्ण कार्यक्रम ने दी प्रेरणा
यह आयोजन डी. सी. सिंघानिया की प्रेरणादायी जीवन यात्रा और उनके द्वारा स्थापित आदर्शों को याद करने का अवसर बना, जिसने स्थानीय समुदाय और विद्यार्थियों के लिए नई प्रेरणा का संचार किया।