चिड़ावा, 7 मई 2025: शहर के मुख्य वाणिज्यिक क्षेत्रों में से एक स्टेशन रोड और खेतड़ी रोड पर जलभराव एवं अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था से परेशान व्यापारियों का सब्र अब टूटने लगा है। सोमवार को क्षेत्र के व्यापारियों ने उपखंड अधिकारी डॉ. नरेश सोनी को ज्ञापन सौंपते हुए नालों की तत्काल सफाई और ट्रैफिक समस्या के समाधान की मांग की। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही प्रशासन ने इस ओर ठोस कदम नहीं उठाए तो वे धरना-प्रदर्शन करने को विवश होंगे।

चार साल से नहीं हुई नालों की सफाई, बारिश में होता है जलभराव
व्यापारियों ने अपने ज्ञापन में बताया कि स्टेशन रोड पर नगरपालिका द्वारा दोनों ओर नालों का निर्माण कराया गया था, लेकिन पिछले चार वर्षों से इन नालों की कोई सफाई नहीं की गई है। इसके चलते कचरा, गाद और प्लास्टिक कचरे से नाले पूरी तरह जाम हो चुके हैं। हर वर्ष मानसून में हल्की बारिश के बाद ही पानी सड़क पर भर जाता है, जिससे दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय व्यापारी अनिल राम भरोसा ने बताया कि जलभराव की वजह से ग्राहकों की आवाजाही प्रभावित होती है और इससे व्यापार को बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
डालमिया विद्या मंदिर के पास ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या
ज्ञापन में व्यापारियों ने स्टेशन रोड स्थित डालमिया विद्या मंदिर के पास प्रतिदिन लगने वाले ट्रैफिक जाम को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि स्कूल की छुट्टी के समय कबूतर खाना के पास वाहनों का भारी जमावड़ा लग जाता है, जिससे संकरी सड़क पर अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। यह स्थिति न केवल असुविधाजनक है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी पैदा करती है।
व्यापारियों ने इस समस्या से निपटने के लिए विद्यालय के दोनों ओर स्पीड ब्रेकर बनाने, तथा स्कूल टाइम में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करने की मांग की है। साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि समस्या को पूर्व में कई बार नगरपालिका के समक्ष उठाया गया है, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ।

व्यापारियों ने जताई नाराजगी, आंदोलन की दी चेतावनी
व्यापारियों ने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि यदि अब भी उनकी समस्याओं की अनदेखी की गई, तो वे मजबूरन सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नगर परिषद की निष्क्रियता ने पूरे बाज़ार क्षेत्र को नारकीय बना दिया है।
ज्ञापन देने वाले प्रमुख व्यापारी
इस ज्ञापन को सौंपने वालों में अनिल राम भरोसा, अनिल कुमार, अमित कुमार, आयुष, अशोक सैनी, आशीष, बाबूलाल सैनी, कमल कुमार, किशन लाल, लक्ष्य गोयल, महेश कुमार जांगिड़, महेंद्र महला, पवन कुमार, परसराम सूरजगढ़िया, प्रहलाद, फिरोज शेख, राजपाल नुनिया, रमेश गाड़िया, विजेंद्र सैनी, विशाल सैनी, शंभू दयाल, सुनील कुमार, सुनील सोनी, सुरेश जलिंद्रा, सुरेश मालानी और देवेंद्र वर्मा जैसे स्थानीय व्यापारी शामिल रहे।